
मुंबई: हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत कमजोर रही. वैश्विक संकेतों की अनिश्चितता के बीच शुक्रवार को बाजार लाल निशान में खुला. शुरुआती घंटों में आईटी, फाइनेंशियल सर्विस और फार्मा सेक्टर में बिकवाली देखी गई. सुबह करीब 9.29 बजे सेंसेक्स 231.64 अंक या 0.28% गिरकर 82,299.10 पर था, जबकि निफ्टी 49.95 अंक या 0.20% की गिरावट के साथ 25,012.15 पर कारोबार कर रहा था. निफ्टी बैंक भी 52.40 अंक नीचे 55,303.20 पर पहुंचा.
मिडकैप और स्मॉलकैप में तेजी, निवेशकों में बना है भरोसा
जहां प्रमुख सूचकांक गिरावट में रहे, वहीं मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में खरीदारी देखने को मिली. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 169.20 अंक या 0.30% की बढ़त के साथ 56,700.05 पर था. वहीं निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 78.45 अंक या 0.46% की तेजी के साथ 17,318.40 पर कारोबार करता दिखा.
टेक्निकल संकेत मजबूत, लेकिन सतर्कता जरूरी
विश्लेषकों के अनुसार निफ्टी ने डेली चार्ट पर बुलिश कैंडल बनाते हुए इनसाइड बार पैटर्न को तोड़ा है और 25,000 के ऊपर बंद हुआ है. चॉइस ब्रोकिंग के हार्दिक मटालिया ने बताया कि इंडेक्स में लगभग 200 अंकों की इंट्राडे रिकवरी देखी गई, जो बाजार में सकारात्मक संकेत है. उनके अनुसार, निकटतम समर्थन 24,850-24,700 के बीच है, जबकि प्रतिरोध 25,100 और 25,235 पर मौजूद है. यदि निफ्टी 25,235 को पार करता है तो यह 25,500-25,743 तक पहुंच सकता है. हालांकि, उन्होंने ट्रेडर्स को सलाह दी कि वे ‘बाय ऑन डिप्स’ रणनीति अपनाएं और वैश्विक अनिश्चितताओं को देखते हुए ओवरनाइट पोजिशन लेने से बचें.
प्रमुख स्टॉक्स का हाल: किसे हुआ नुकसान, किसने कमाया फायदा
सेंसेक्स के प्रमुख लूजर्स में भारती एयरटेल, इंडसइंड बैंक, एसबीआई, इंफोसिस, एचसीएल टेक और एमएंडएम शामिल रहे. वहीं, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, मारुति सुजुकी और एक्सिस बैंक टॉप गेनर्स में रहे.
वैश्विक बाजार का हाल: एशिया में मिला-जुला रुख, अमेरिका में बढ़त
एशियाई बाजारों में चीन, हांगकांग और जापान में गिरावट दर्ज की गई, जबकि बैंकॉक, जकार्ता और सोल हरे निशान में कारोबार कर रहे थे.
अमेरिकी बाजारों में बीते कारोबारी सत्र में डाउ जोंस 271.69 अंक चढ़कर 42,322.75 पर बंद हुआ. एसएंडपी 500 इंडेक्स 24.35 अंक बढ़कर 5,916.93 पर पहुंचा, जबकि नैस्डैक 34.49 अंक की गिरावट के साथ 19,112.32 पर बंद हुआ.
अमेरिकी डेटा ने बढ़ाई वैश्विक चिंताएं
अप्रैल माह के अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों ने बाजार में मिश्रित प्रतिक्रिया उत्पन्न की. प्रोड्यूसर प्राइस इंडेक्स (PPI) में 0.5% की अप्रत्याशित गिरावट आई, जबकि विश्लेषकों ने 0.2% की वृद्धि का अनुमान लगाया था. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के देवर्ष वकील ने कहा कि फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने मौद्रिक नीति की समीक्षा प्रक्रिया पर चर्चा करते हुए बताया कि महामारी के बाद फेड नीति में जरूरी बदलावों की दिशा में काम कर रहा है.
विदेशी निवेशक अब भी बाजार में सक्रिय
15 मई को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 5,392.94 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी. इसके उलट घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 1,668.47 करोड़ रुपये की बिकवाली की.
(IANS)
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।