
उदित वाणी, जमशेदपुर : रेलवे टिकटों की कालाबाजारी के खिलाफ टाटानगर आरपीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बिरसानगर थाना क्षेत्र के जोन नंबर-5 स्थित काली मंदिर के पास से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी का नाम बासुदेव महतो है, जो लंबे समय से फर्जी आईडी के जरिए ऑनलाइन टिकटों की अवैध बिक्री में संलिप्त था। आरपीएफ ने उसके पास से करीब 30 ई-टिकट जब्त किए हैं, जिनकी कुल कीमत हजारों में आंकी जा रही है।
आरपीएफ टाटानगर के प्रभारी राकेश मोहन ने बताया कि विभाग को काफी समय से सूचना मिल रही थी कि बिरसानगर क्षेत्र में रेलवे टिकटों की अवैध बिक्री हो रही है। गुप्त सूचना के आधार पर एक विशेष टीम का गठन किया गया और जाल बिछाया गया। बीते बुधवार देर शाम आरपीएफ टीम ने योजनाबद्ध तरीके से छापेमारी की और आरोपी को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
फर्जी आईडी बनाकर करता था टिकट बुकिंग
प्रारंभिक पूछताछ में बासुदेव महतो ने स्वीकार किया है कि वह फर्जी नामों से कई आईआरसीटीसी आईडी बनाकर टिकट बुक करता था और फिर जरूरतमंद यात्रियों को ऊंचे दामों पर बेचता था। यह पूरा नेटवर्क स्थानीय स्तर पर फैला हुआ था और आरोपी पिछले कई महीनों से यह गतिविधि अंजाम दे रहा था।
आरपीएफ के अनुसार, यह कार्रवाई रेलवे एक्ट की धारा 143 के तहत की गई है, जिसमें अवैध रूप से रेलवे टिकटों की बिक्री को दंडनीय अपराध माना गया है। आरोपी से जब्त सभी टिकटों की जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इनमें कितने टिकट आगामी यात्रा के लिए थे और कितने का उपयोग पहले ही हो चुका है।
स्थानीय नेटवर्क पर भी नजर
आरपीएफ प्रभारी राकेश मोहन ने बताया कि यह संभव है कि आरोपी किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो और उसके संपर्क में अन्य एजेंट या दलाल भी हों। टीम अब उसके मोबाइल, बैंक खाते और ऑनलाइन गतिविधियों की जांच कर रही है, ताकि पूरे रैकेट का खुलासा हो सके।
कार्रवाई के बाद क्षेत्र में मचा हड़कंप
आरपीएफ की इस कार्रवाई के बाद बिरसानगर इलाके में हड़कंप मच गया है। रेलवे सूत्रों के अनुसार, त्योहारों और गर्मियों के दौरान टिकट की मांग बढ़ने पर ऐसे कालाबाजारी करने वाले सक्रिय हो जाते हैं, जिससे आम यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
रेल प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे रेलवे के अधिकृत पोर्टल या अधिकृत एजेंट के माध्यम से ही टिकट बुक करें और किसी भी अनधिकृत व्यक्ति से टिकट न लें। साथ ही, अगर किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे, तो उसकी जानकारी तुरंत आरपीएफ या नजदीकी रेलवे स्टेशन को दें।
जल्द पेशी और जांच में तेजी
गिरफ्तार किए गए बासुदेव महतो को न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया चल रही है। आरपीएफ के अधिकारी उससे जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गए हैं। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर और गिरफ्तारियां भी संभव हैं।
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