
उदित वाणी, जमशेदपुर: समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में आकांक्षी प्रखंड मुसाबनी में संचालित विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में उप विकास आयुक्त अनिकेत सचान, बीडीओ, सीओ, एमओआईसी और विभिन्न विभागों के पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, समाज कल्याण, मत्स्य, बागवानी, सहकारिता, पेयजल और स्वच्छता क्षेत्रों में योजनाओं की प्रगति की समीक्षा और आगामी रणनीति पर विचार करना रहा।
फेक रिपोर्टिंग पर सख्त रुख
उपायुक्त ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि फेक रिपोर्टिंग किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं होगी। इससे न केवल संसाधनों का दुरुपयोग होता है, बल्कि प्रखंड के प्रदर्शन में सुधार की संभावना भी खत्म हो जाती है। उन्होंने निर्देश दिया कि केवल जमीनी हकीकत पर आधारित रिपोर्ट ही प्रस्तुत की जाए।
स्वास्थ्य क्षेत्र में संस्थागत प्रसव को प्राथमिकता
एमओआईसी को निर्देशित किया गया कि हर पंचायत में कम से कम एक ममता वाहन टैग किया जाए। साथ ही होम डिलीवरी की प्रवृत्ति को हतोत्साहित किया जाए। आंगनबाड़ी स्तर पर वीएचएसएनडी (VHSND) कमिटी गठित कर गर्भवती और धात्री माताओं की निगरानी व नवजातों के पोषण पर विशेष जोर देने को कहा गया।
शिक्षकों को शैक्षणिक कार्य से न हटाएं
शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने निर्देश दिया कि कोई भी शिक्षक स्कूल समय में गैर-शैक्षणिक गतिविधियों में शामिल नहीं होगा। न ही उन्हें फाइल लेकर जिला शिक्षा कार्यालय बुलाया जाएगा। डीएसई और डीईओ को निर्देशित किया गया कि शिक्षकों की गुरु गोष्ठी स्कूल समय के बाहर ही आयोजित की जाए।
मुसाबनी प्रखंड में इंटरमीडिएट परीक्षा में असफल 43 विद्यार्थियों को लेकर चिंता जताई गई। उनकी कंपार्टमेंटल परीक्षा की तैयारी के लिए ठोस रणनीति अपनाने का आदेश दिया गया।
पेयजल सुविधा का सर्वे और रिपोर्ट
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में नल जल सुविधा की स्थिति का सर्वेक्षण कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट दी जाए। यह विद्यार्थियों के स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़ा महत्वपूर्ण विषय है।
समाज कल्याण विभाग को तकनीकी दक्षता और निगरानी पर जोर
सेविकाओं और सहायिकाओं को प्रशिक्षित कर पोषण ट्रैकर ऐप पर समय पर और सटीक रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने को कहा गया। साथ ही लाभुकों की समुचित देखभाल भी अपेक्षित है। प्रखंड को खुले में शौच से मुक्त करने की दिशा में कार्यपालक अभियंता को शत-प्रतिशत प्रगति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
विशेष कार्ययोजना की तैयारी का आदेश
अंत में उपायुक्त ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे मुसाबनी प्रखंड के लिए स्वास्थ्य, कृषि, समाज कल्याण, मत्स्य, बागवानी, सहकारिता और पेयजल-स्वच्छता क्षेत्रों में विशेष कार्ययोजना तैयार कर अगली बैठक में प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन ही प्रखंड की रैंकिंग सुधार सकता है और इसके लिए टीम भावना के साथ कार्य करना अनिवार्य है।
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