उदितवाणी, रांची : ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने झारखंड में मनरेगा घोटाले में जेल में बंद निलंबित आईएएस पूजा सिंघल की चल-अचल संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
सिंघल के अलावा उनके पति अभिषेक झा, चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार सिंह और चार जूनियर इंजीनियरों (JE) की भी संपत्ति जब्त की जाएगी. घोटाले में खूंटी के तत्कालीन JE राम विनोद सिन्हा, जय किशोर चौधरी, शशि प्रकाश और राजेंद्र कुमार जैन की भी संलिप्तता सामने आई है.
ED ने इन सभी की संपत्तियों की सूची तैयार कर ली है और इन्हें जब्त करने की कार्रवाई जल्द होने की संभावना है. पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा बरियातू, रांची में पल्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल चलाते हैं.
ED ने पूजा सिंघल का अस्पताल, डायग्नोस्टिक सेंटर को कुर्क कर लिया है. इसके साथ ही ईडी ने पूजा सिंघल की 82.77 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति भी कुर्क की है. पल्स हॉस्पिटल के निर्माण पर 42.85 करोड़ खर्च हुए, लेकिन 3.19 करोड़ का खर्च ही दिखाया गया. इसलिए, ED ने पल्स हॉस्पिटल को भी जब्त करने की तैयारी की है.
पूजा सिंघल को 11 मई को गिरफ्तार कर लिया गया था, तब से वह जेल में हैं.
सिंघल खूंटी के उपायुक्त के रूप में 16 फरवरी 2009 से 19 जुलाई 2010 तक पोस्टेड थीं. इसी दौरान 18.06 लाख का घोटाला हुआ था. आरोप है कि मनरेगा की योजनाओं में काम कराए बगैर ही राशि की निकासी कर ली गई. पूजा सिंघल पर कमीशन के तौर पर भी मोटी रकम उगाही करने का आरोप है.
ED ने जांच के दौरान पाया कि खूंटी, चतरा और पलामू में उपायुक्त के पद पर रहते हुए सिंघल के बैंक अकाउंट्स में उनके वेतन से 1.43 करोड़ रुपए ज्यादा जमा हुए है. CA सुमन कुमार ने भी ईडी को जानकारी दी थी कि पल्स हॉस्पिटल में पैसे जमा कर वह फर्जी बिल बनवाता था ताकि सिंघल द्वारा अर्जित काली कमाई को व्हाइट किया जा सके.
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