उदित वाणी, पोटका: झारखंड में महिलाओं को जैव विविधता के प्रति जागरूक और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में जागरूक महिलाओं को सम्मानित किया गया.
बैठक में जैव विविधता अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन और लघु वन उपज जैसे तसर, मधुमक्खी पालन, जड़ी-बूटी, हस्तशिल्प, खेती-बाड़ी आदि विषयों पर चर्चा हुई. इसमें जैव विविधता प्रबंधन समिति के सदस्य, मुखिया, उपमुखिया और छात्राएं शामिल रहीं.
महिलाओं को मिलेगा जीविकोपार्जन और संरक्षण प्रशिक्षण
प्रधान मुख्य वन संरक्षक सह सदस्य सचिव, झारखंड जैव विविधता पर्षद, संजीव कुमार ने कहा कि जैव विविधता प्रबंधन समिति में एक तिहाई महिलाएं शामिल हैं. इन महिलाओं को पर्षद द्वारा जीविकोपार्जन और क्षमता वर्धन का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
इसके अलावा, स्थानीय प्रजातियों के संरक्षण के लिए विद्यालयों में महिलाओं को शामिल कर नर्सरी तैयार की जाएगी. यह पहल महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में उनकी भूमिका को भी मजबूत करेगी.
सम्मानित हुईं जागरूक महिलाएं
इस कार्यक्रम में कई जागरूक महिलाओं और छात्राओं को सम्मानित किया गया. इनमें कम्मु देवी (चटकपुर), जहाना प्रवीण (तंडुल), नीता तिर्की और नीतू तिर्की (चिपरा), नीलम तिर्की (कामडे), अनीता देवी (सुंडील), संजू देवी (लालगुटुआ), अनीता तिर्की (कुद्लोंग), विनीता (चिपरा), रेनू के साथ छात्राएं मनीषा शंकर, उम्मे अमारा, पल्लवी भारती और मोनी कुमारी शामिल थीं.
महिलाओं ने जताई खुशी
बैठक में मौजूद कम्मु देवी, अध्यक्ष (चटकपुर पंचायत) ने कहा कि जैव विविधता पर्षद द्वारा शुरू की गई यह पहल बहुत अच्छी है. वहीं, उपमुखिया नीतू तिर्की ने जैव विविधता प्रबंधन समिति की महिलाओं को जीविकोपार्जन प्रशिक्षण देने की योजना को स्वागत योग्य बताया.
इस पहल से झारखंड की महिलाएं न केवल जैव विविधता को संरक्षित करेंगी, बल्कि आर्थिक रूप से भी सशक्त बनेंगी.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।