उदित वाणी, जमशेदपुर: एनआईटी जमशेदपुर 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस के अवसर पर ‘क्लाइमेट स्टोरीज – एक चिरस्थायी भविष्य की आवाज’ नामक राष्ट्रीय स्तर की व्याख्यान प्रतियोगिता का आयोजन करने जा रहा है. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को जलवायु परिवर्तन से संबंधित समस्याओं को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने, जागरूकता फैलाने, नवाचार को प्रोत्साहित करने और समाधान खोजने में सक्षम बनाना है.
जलवायु परिवर्तन पर क्यों होनी चाहिए चर्चा?
जलवायु परिवर्तन इस समय की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है. हालांकि, इसके प्रति सामान्य लोगों की समझ अभी भी सीमित है. ‘क्लाइमेट स्टोरीज’ पहल का उद्देश्य इस समझ को बढ़ाना है, ताकि युवा अपनी रचनात्मकता और प्रभावी कहानी कहने की क्षमता के माध्यम से जलवायु परिवर्तन की जटिलताओं को सरलता से और व्यापक रूप से प्रस्तुत कर सकें. इस कार्यक्रम से हम वैज्ञानिक दृष्टिकोण को सहज बनाने के साथ-साथ प्रभावी समाधान भी तलाश सकते हैं.
क्यों भाग लें इस प्रतियोगिता में?
• 🌏 जलवायु संरक्षण की आवाज बनें – अपनी कहानी कहने की क्षमता का उपयोग करके जलवायु संकट और उसके समाधान को उजागर करें.
• 🎤 अभिव्यक्ति का मंच – जलवायु वैज्ञानिकों, पर्यावरणविदों और उद्योग विशेषज्ञों के सामने अपने विचार प्रस्तुत करें.
• 🏆 मान्यता और पुरस्कार – राष्ट्रीय स्तर पर अपने विचार साझा करें और अपने योगदान के लिए पहचान प्राप्त करें.
• 🎥 देशव्यापी पहुंच – चयनित प्रस्तुतियों को हमारे आधिकारिक YouTube चैनल पर प्रसारित किया जाएगा, जिससे आपका संदेश व्यापक स्तर तक पहुंचेगा.
कौन कर सकता है भागीदारी?
• 🔹 वरिष्ठ श्रेणी: महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय के छात्र
• 🔹 कनिष्ठ श्रेणी: स्कूल छात्र (कक्षा 8 से 12)
प्रतियोगिता में भाग लेने की प्रक्रिया
✅ प्रथम चरण (ऑनलाइन) – प्रतिभागियों को 2 मिनट की स्वयं-रिकॉर्डेड वीडियो प्रस्तुति और एक संक्षिप्त सारांश प्रस्तुत करना होगा.
✅ द्वितीय चरण (शॉर्टलिस्टिंग) – जूरी द्वारा स्पष्टता, प्रभाव और कहानी कहने की शैली के आधार पर प्रत्येक श्रेणी के शीर्ष 10 प्रतिभागियों का चयन किया जाएगा.
✅ तृतीय चरण (फाइनल प्रस्तुति – एनआईटी जमशेदपुर में) – चयनित प्रतिभागी वरिष्ठ श्रेणी (10 मिनट) और कनिष्ठ श्रेणी (7 मिनट) के लिए अपनी प्रस्तुति देंगे.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।