उदित वाणी, जमशेदपुर: सीतारामडेरा निवासी और समाजसेवा में सक्रिय अरुण कुमार को जिला पूर्वी सिंहभूम सिविल डिफेंस का चीफ वार्डन नियुक्त किया गया है. उपायुक्त सह नियंत्रक अनन्य मित्तल के निर्देश पर अनुमंडल पदाधिकारी सह उप नियंत्रक शताब्दी मजूमदार ने उन्हें इस पद पर नियुक्त किया. यह नियुक्ति अवैतनिक होगी और अगले आदेश तक प्रभावी रहेगी.
खाली पद पर हुई नियुक्ति
लंबे समय से चीफ वार्डन का पद खाली था, जिसे अब अरुण कुमार की नियुक्ति से भरा गया है. उनका नियुक्ति पत्र जारी कर तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है. इस नियुक्ति की प्रति आयुक्त नागरिक सुरक्षा, झारखंड रांची को भी भेज दी गई है.
सिविल डिफेंस की स्थापना और उद्देश्य
भारत में सिविल डिफेंस का गठन 1968 में किया गया था. युद्ध और आपदा जैसे समय में इसका उद्देश्य नागरिक प्रशासन को संगठित करना, आंतरिक इलाकों की रक्षा करना और सशस्त्र बलों का समर्थन करना है. कोरोना महामारी और आपदा प्रबंधन में सिविल डिफेंस की भूमिका महत्वपूर्ण रही है.
जिले में सिविल डिफेंस की गतिविधियां
पूर्वी सिंहभूम जिले में सिविल डिफेंस के 500 से अधिक स्वयंसेवक विभिन्न मोहल्लों में तैनात हैं. इनके डिविजनल वार्डन और पोस्ट वार्डन विभिन्न स्थानों पर नागरिकों की सुरक्षा और सहायता के लिए सक्रिय हैं.
आपदा प्रबंधन और प्रशिक्षण
सिविल डिफेंस के तहत टीम दुर्गा पूजा, रामनवमी विसर्जन जैसे आयोजनों में सुरक्षा सुनिश्चित करती है. साथ ही, फायर सेफ्टी, सीपीआर, रोड सेफ्टी और आपदा प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर आम जनता को प्रशिक्षित करती है. अरुण कुमार की नियुक्ति से इन गतिविधियों को और गति मिलने की उम्मीद है.
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