उदित वाणी, जमशेदपुर: नालसा और झालसा के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार जमशेदपुर द्वारा 12 नवंबर शनिवार को व्यवहार न्यायालय के लोक अदालत हॉल में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया.
इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 30,732 मामलों का निष्पादन किया गया. इस दौरान 35 करोड़ 77 लाख 70 हजार 869 रूपये की राजस्व भी प्राप्त हुआ. नेशनल लोक अदालत का उद्घाटन व्यवहार न्यायालय जमशेदपुर के लोक अदालत हॉल में विधिवत रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया.
इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा, विशिष्ठ अतिथियों में प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय अमितेश लाल, स्टेट बार कौँशिल के उपाध्यक्ष राजेश कुमार शुक्ल, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष लाला अजित राय अंबष्ट, डालसा के सचिव नितीश निलेश सांगा आदि मौजूद थे.
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा ने अपने सम्बोधन में कहा कि नेशनल लोक अदालत में अपने मामले का त्वरित समाधान पाकर समय और पैसा दोनों की बचत कर सकते हैं.
वहीं स्टेट बार कौँशिल के उपाध्यक्ष राजेश शुक्ल ने कहा कि समझौता द्वारा मामले का निष्पादन करने के लिए लोक अदालत एक बेहतर मंच है. उन्होंने कहा कि नालसा, झालसा व डालसा समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुंचाने में काफी मददगार साबित हुई है.
जमशेदपुर में 15 और घाटशिला में लगे थे तीन बेंच
नेशनल लोक अदालत में अधिक से अधिक मामले का समाधान के लिए कुल जमशेदपुर में 15 बेंच और घाटशिला में 3 बेंचो का गठन किया गया था.
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव नीतीश निलेश सांगा ने बताया कि सुलह योग्य सभी प्रकृति के मामलों का नेशनल लोक अदालत में निपटारा किया गया.
जिसमें मुख्य रूप से वन अधिनियम, बिजली अधिनियम, मापतौल अधिनियम, उत्पाद अधिनियम, बैंक ऋण, चेक बाउंस, श्रम अधिनियम, न्यूनतम मजदूरी अधिनियम, मोटरयान दुर्घटना मुआवजा, भूमि अधिग्रहण से संबंधित वाद, खान अधिनियम, पारिवारिक वाद, सुलह योग्य आपराधिक और दीवानी मामले आदि के केस शामिल है.
नेशनल लोक अदालत को सफल बनाने में कोर्ट स्टाप सहित पैनल लॉयर्स एवं पीएलवी की सार्थक भूमिका रही.
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