
उदित वाणी, चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले में अवैध बालू और गिट्टी के खिलाफ जिला प्रशासन और खनन विभाग की संयुक्त कार्रवाई लगातार जारी है. शनिवार को मनोहरपुर अंचलाधिकारी ने तरतरा गांव में छापा मारकर वहां से लगभग 10 हजार सीएफटी बालू जब्त किया.
लगातार दूसरे दिन बड़ी जब्ती
इससे एक दिन पहले शुक्रवार को मनोहरपुर के डुकूडीह स्थित निर्माणाधीन सेंट ज़ेवियर स्कूल परिसर में छापेमारी की गई थी. उस दौरान 1 लाख 30 हजार सीएफटी बालू और 1 लाख 20 हजार सीएफटी गिट्टी का भंडारण पकड़ा गया था. इस कार्रवाई ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है.
एनजीटी के आदेश के बाद सख्ती
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) की गाइडलाइन के अनुसार 10 जून से 15 अक्टूबर तक नदियों से बालू उठाव पर पूरी तरह प्रतिबंध है. इसी के अनुपालन में पिछले चार दिनों से जिला प्रशासन और खनन कार्यालय द्वारा निरंतर अभियान चलाया जा रहा है.
उपायुक्त ने दिए थे स्पष्ट निर्देश
जिला स्तरीय खनन टास्क फोर्स की बैठक में उपायुक्त चंदन कुमार ने सभी अंचल अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए थे कि वे अपने क्षेत्र में अवैध खनन और भंडारण पर नजर रखें और आवश्यकता पड़ने पर कार्रवाई करें.
राजनीतिक संरक्षण में फल-फूल रहा था कारोबार
हालांकि, जिले में घाटों की नीलामी नहीं होने के बावजूद 10 जून से पहले तक राजनीतिक संरक्षण में बालू का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी था. समाचार माध्यमों में कई बार रिपोर्टिंग होने के बावजूद इस पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा था.
क्या कार्रवाई होगी स्थायी समाधान?
अब जब एनजीटी के आदेश की आड़ में प्रशासन ने सख्ती दिखाई है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि यह कार्रवाई कितने समय तक प्रभावी रहती है और क्या इससे अवैध खनन पर स्थायी अंकुश लग सकेगा.
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