उदित वाणी, रांची : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार द्वारा डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय का नाम बदलकर वीर बुद्धू भगत विश्वविद्यालय करने के फैसले को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि सरकार गलत परंपरा स्थापित कर रही है. इस तरह के कदम संस्थानों की स्थिरता और इतिहास के प्रति सम्मान को कमजोर करता है. यह निर्णय न तो श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के सम्मान में है और न ही महान स्वतंत्रता सेनानी वीर बुद्धू भगत के योगदान को उचित सम्मान देता है.
उन्होंने कहा कि सरकार यदि वास्तव में बुद्धू भगत जी को सम्मानित करना चाहती थी, तो उनके नाम पर एक नया विश्वविद्यालय स्थापित किया जाना चाहिए था. एक महान विभूति के नाम को हटाकर दूसरे महान विभूति के नाम पर संस्थान का नाम बदल देना दोनों ही व्यक्तित्वों की विरासत और सम्मान को प्रभावित करता है. ऐसा करना केवल राजनीतिक उद्देश्य से ध्यान भटकाने की कोशिश प्रतीत होती है. उन्होंने राज्य सरकार से तत्काल इस निर्णय को वापस लेने और वीर बुद्धू भगत जी के नाम से एक नए विश्वविद्यालय की स्थापना करने की मांग की.
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