रांची: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और मालदा जिलों में हालिया हिंसा को लेकर राजनीतिक बयानबाज़ी तेज हो गई है। केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ प्रतीत होती हैं और उन्हें इलाज की जरूरत है।
“लोग अब उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेते”
आईएएनएस से बातचीत में अन्नपूर्णा देवी ने कहा, “ममता बनर्जी की आदत बन चुकी है दूसरों पर दोष मढ़ने की। अब लोग उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेते। महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं, लोग राज्य से पलायन को मजबूर हैं, लेकिन मुख्यमंत्री संवेदना के दो शब्द तक नहीं बोलतीं। वह सिर्फ तुष्टीकरण की राजनीति कर रही हैं।”
हिंसा प्रभावित इलाकों में दौरे पर जाएगी महिला आयोग की टीम
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने भी पश्चिम बंगाल की स्थिति पर गहरी चिंता जताई है। आयोग का एक प्रतिनिधिमंडल 18 अप्रैल को मालदा और 19 अप्रैल को मुर्शिदाबाद दौरे पर जाएगा। आयोग ने अपने बयान में कहा कि हिंसा के कारण सैकड़ों महिलाओं को भागीरथी नदी पार कर मालदा जिले में शरण लेनी पड़ी है।
बयान के अनुसार, “इन महिलाओं को अपने घरों से निकाला गया है। वे भय, असुरक्षा और अनिश्चितता के माहौल में जी रही हैं। उन्हें गंभीर मानसिक आघात और भौतिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।”
वक्फ (संशोधन) अधिनियम बना हिंसा का कारण
हिंसा की शुरुआत कथित रूप से वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लेकर विरोध प्रदर्शनों से हुई थी। राज्य के मुर्शिदाबाद जिले में स्थिति विशेष रूप से संवेदनशील बनी हुई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अब तक इस मामले में 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
ममता सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप
अन्नपूर्णा देवी ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी की सरकार केवल समुदाय विशेष के हितों को ध्यान में रखती है। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री का रवैया पक्षपातपूर्ण है और कानून-व्यवस्था को संभालने में वह असफल रही हैं।”
(IANS)
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