कंपनी के कर्मचारी रूद्र प्रताप सिंह ने अधिकारी अमितेश पांडेय को हराकर सनसनी फैलाई, 70 फीसदी वोट पड़े, मतगणना जारी
उदित वाणी, जमशेदपुर: एशिया की सबसे बड़ी को-ऑपरेटिव सोसायटी के चुनाव में जबर्दस्त उलट फेर हो गया है. सोसायटी के इतिहास में पहली बार हुए चुनाव में कंपनी के अधिकारी अमितेश पांडेय को हार का सामना करना पड़ा है. कंपनी के कर्मचारी रूद्र प्रताप सिंह ने साढ़े तीन सौ से ज्यादा वोटों के अंतर से अमितेश पांडेय को हराया है. यह खबर रात सवा दस बजे जैसे ही आई, टाटा मोटर्स के कर्मचारियों के विभिन्न ग्रुप में संदेश का बाढ़ आ गया. पहली बार मानद सचिव के लिए चुनाव हुआ। अब तक इस पद के लिए टाटा मोटर्स के अधिकारियों का मनोनयन होता रहा है.
70 फीसदी वोट पड़ें
इस बार 70 फीसदी के करीब वोट पड़े हैं. टाटा मोटर्स के प्रवक्ता से मिली जानकारी के अनुसार मतदान शांतिपूर्ण रहा. कंपनी परिसर में मतदान सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के बीच हुआ.
वोटिंग को लेकर 15 बूथ बनाए गये थे. सरकारी चुनावी पदाधिकारी के तहत मतदान सम्पन्न हुआ. शाम 7 बजे के बाद मतगणना शुर हुई. टाटा मोटर्स के प्रवक्ता का कहना है कि पूरा रिजल्ट आने में सुबह हो जाएगा. उल्लेखनीय है कि सोसायटी में वोटरों की संख्या 6109 है.
अमितेष पांडेय हारे
सोसायटी के चुनाव में तीन पदाधिकारियों और दस कमेटी मेंबरों का चुनाव किया जाना है. तीन पदाधिकारियों में से दो पदाधिकारी अध्यक्ष पद के लिए मनीष वर्मा और कोषाध्यक्ष के लिए अभिषेक अग्रवाल का पहले ही निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है.
मानद सचिव के उम्मीदवार अमितेश पांडेय पहली बार चुनावी जंग में फंसे थे और आखिर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. रूद्र प्रताप सिंह ने अमितेष पांडेय को हराकर नया इतिहास बनाया है.
दो एससी-एसटी उम्मीदवारों भी निर्विरोध चुने गये हैं
सोसायटी के चुनाव में 10 कमेटी मेंबरों में से दो महिला (एससी-एसटी) के लिए आरक्षित सीटों पर आर हेम्ब्रम और सुमिता सिंह का पहले ही चुनाव हो चुका है. उल्लेखनीय है कि चुनाव अधिनियम के तहत कुल कमेटी मेंबरों की आधी सीटें महिलाओं के लिए होगी. इन आधी सीटों में दो सीटें एससी-एसटी महिलाओं के लिए रखी गई है.
10 कमेटी मेंबर्स के लिए 25 उम्मीदवार मैदान में है
दस कमेटी मेंबर्स के लिए मैदान में 25 उम्मीदवार रह हैं. 10 में से आधी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, जिसमें दो सीटें एससी-एसटी के लिए हैं. एससी-एसटी के दो सीट के लिए केवल दो आवेदन ही आए हैं.
सामान्य श्रेणी की तीन महिला पदों के लिए रिंकी गुप्ता, इंदू कुमारी, लवी शर्मा, रागिनी कुमारी, सीमा सिंह और भारती रानी मैदान में है.
क्या है चुनाव का अधिनियम
झारखंड सहकारिता समिति अधिनियम (संशोधित) के अनुसार यह चुनाव हो रहा है. कमेटी मेंबर्स की कुल सीटों का 50 प्रतिशत महिलाओं के लिए आरक्षित है. मसलन अगर कुल 10 सीटें हैं, तो उसमें से 5 महिलाओं के लिए होगी, मगर इन 5 में भी 2 एससी-एसटी महिला के लिए आरक्षित रहेगी.
संशोधन में दूसरा नियम यह है कि दो बार लगातार कमेटी मेंबर रहे उम्मीदवार तीसरी बार चुनाव नहीं लड़ सकते. और तीसरा पहले पदाधिकारियों का चुनाव नहीं, मनोनयन हुआ करता था, अब यह नियम भी हो गया है कि इनका चुनाव भी मतदान से होगा.
वोट नहीं डाल सके अभय सिंह
उधर, सोसायटी के पूर्व कमेटी मेंबर अभय सिंह ने कहा कि उन्हें वोट डालने के लिए मतदान स्थल पर जाने से रोक दिया गया. बकौल सिंह, यह चुनाव, यूनियन की तरह हो रहा है, जिसमें प्रबंधन, जिसे चाहेगा, वह जीतेगा. वह सोसायटी के सदस्य है, बावजूद उन्हें वोट नहीं डालने दिया गया.
कौन है अभी चुनाव मैदान में
1.अध्यक्ष पद
उम्मीदवार-मनीष वर्मा (निर्विरोध)
2.मानद सचिव
उम्मीदवार-अमितेश पांडेय (हारे) और रूद्र प्रताप सिंह (जीते)
3.मानद कोषाध्यक्ष
उम्मीदवार-अभिषेक अग्रवाल (निर्विरोध)
कमेटी मेंबर्स (कुल पद-10)
पुरूष उम्मीदवार-उदय प्रकाश शर्मा, राम बिलास शर्मा, एमए राज, अब्दुल राउफ, प्रदीप कुमार वर्मा, जितेन्द्र सिंह, चंदन कुमार, अनुप कुमार सिंह, संतोष कुमार मिश्रा, उदय शंकर लाल, पंकज कुमार सिंह, एके तिवारी, जीतेन्द्र तिवारी, पार्थ सरकार, आशीष कर, इतू घोष, विष्णु कुमार, मनीष कुमार पोद्दार, देवेन्द्र कुमार मिश्रा, एन रमेश कुमार, राजू कुमार, कैसर खान, सत्येन्द्र कुमार चौधरी, सुनील कुमार प्रसाद, चंदन कुमार झा, शकील अहमद खान
सामान्य महिला– रिंकी गुप्ता इंदू कुमारी, लवी शर्मा, रागिनी कुमारी, सीमा सिंह, भारती रानी,
एससी-एसटी– आर हेम्ब्रम और सुमिता सिंह.
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