उदित वाणी, जमशेदपुर : वैश्विक मंदी का असर जमशेदपुर के टाटा मोटर्स और टाटा कमिंस प्लांट पर भी दिखना शुरू हो गया है. गाड़ियों की डिमांड में आई कमी के बाद कंपनी इस वित्तीय वर्ष (2022-23) का अब तक का सबसे लंबा क्लोजर लेने का फैसला लिया है.
टाटा मोटर्स के प्लांट हेड विशाल बादशाह की ओर से जारी सर्कुलर में जानकारी दी गई है कि टाटा मोटर्स के जमशेदपुर प्लांट में 22 जून मंगलवार से लेकर गुरुवार 24 जून तक ब्लॉक क्लोजर रहेगा. ब्लॉक क्लोजर के दौरान का आधा वेतन कंपनी और आधा कर्मचारियों के सीएल या पीएल से समायोजित होगा.
ब्लॉक क्लोजर के दौरान जो कर्मचारी काम करेंगे, उनके लिए अलग से संबंधित विभाग की ओर से नोटिस जारी किया जाएगा. क्लोजर के दौरान जिन कर्मियों को काम पर बुलाया जाएगा, लेकिन अगर वे काम पर नहीं आते है तो उस दिन उनके लिए छुट्टी माना जाएगा. यही नहीं सर्कुलर में यह भी कहा गया है कि कर्मचारी क्लोजर के पहले और बाद में छुट्टी नहीं ले सकते हैं.
क्लोजर के बाद कंपनी 25 जून शुक्रवार को खुलेगी. कर्मचारियों को अपने संबंधित शिफ्ट में काम करना होगा.
बाई सिक्स कर्मियों को बिठाया जा रहा है
कंपनी के उत्पादन में आई कमी के बाद बाई सिक्स कर्मियों को काम से लगातार बिठाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में बाई सिक्स कर्मियों को बिठाये जाने की प्रक्रिया और तेज होगी. यही नहीं कंपनी बरसात के दौरान और क्लोजर लेगी.
प्रति घंटा गाड़ी बनाने के नियम का होगा असर
नये ग्रेड में एमओपी की जगह प्रति घंटा बनने वाली गाड़ियों के आधार पर कर्मचारियों का परफॉर्मेस परखा जाएगा. बताया जा रहा है कि गाड़ियां कम बनने से कर्मचारियों को मिलने वाले वैरिएबल पेमेंट में कमी आएगी.
आदित्यपुर की एंसीलियरी पर पड़ेगा असर
टाटा मोटर्स के उत्पादन में आई कमी का सर्वाधिक असर आदित्यपुर की एक हजार से ज्यादा एंसीलियरी पर होगा, जो टाटा मोटर्स के लिए स्मॉल पार्ट्स बनाती है. बताया जा रहा है कि अगले दो तीन माह तक डिमांड में कमी रहने की संभावना है.
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