उदित वाणी, जमशेदपुर: अगर इस साल बारिश कम हुई, तो उसका घरों में होने वाली पानी की सप्लाई पर असर हो सकता है. टाटा स्टील यूआईएसएल (पूर्व जुस्को) के एमडी रितुराज सिन्हा ने कहा कि अभी तक शहर में बारिश कम हुई है, इसकी वजह से नदियों के साथ ही डिमना और चांडिल डैम के पानी का स्तर कम है. कदमा के कुडी महंती ऑडिटोरियम में मीडिया को बताया कि अभी हालात बहुत खराब नहीं है. मगर बारिश कम हुई तो इसका पानी की सप्लाई पर असर हो सकता है.
हम भी नदियों और डैम से पानी लेकर उसका ट्रीटमेंट करते हैं. अगर पानी ही कम होगी तो हम भी कुछ नहीं कर सकते. इसके लिए शहरवासियों को भी साथ देना होगा. संभव हो पानी की कटौती करनी पड़े. उन्होंने बताया कि हमारा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट 24 में से 22 घंटा लगातार चलता है. नदियों का जल स्तर कम होने से पेयजल के लिए हमारी निर्भरता डिमना डैम पर रहती है, लेकिन उसकी भी अपनी सीमाएं हैं. यही नहीं पानी की सप्लाई का असर टिस्को कमांड एरिया के साथ ही लीज एरिया और बगान एरिया के घरों पर भी हो सकता है. सिन्हा ने बताया कि हमने चांडिल डैम से पानी की मांग की, मगर उसके अधिकारियों ने साफ कर दिया कि चांडिल डैम में पानी का स्तर काफी नीचे है, ऐसे में पानी की सप्लाई नहीं की जा सकती.
उन्होंने बताया कि जुस्को की ओर से लगभग 50 हजार घरों में पानी की सप्लाई की जाती है, जिसमें हर दिन 45 मिलियन गैलन (एमजीडी) पानी की खपत होती है. एमडी ने बताया कि मोहरदा जलापूर्ति योजना के दूसरे चरण का शुभारंभ किया जा रहा है. पहले चरण में लगभग 11 हजार कनेक्शन दिए गए हैं. पानी के पीने योग्य नहीं होने पर कहा कि वे इसकी गुणवत्ता को देखेंगे. यह भी बताया कि लाल भट्टा, बाबुडीह और जोजोबेड़ा बस्ती में पानी की सप्लाई की जाएगी. हम जेबीवीएनएल को बिजली देने को तैयार एमडी ने पावर सप्लाई पर कहा कि शहर में एयरकंडिशन (एसी) और घरों के वर्टिकल ग्रॉथ से बिजली की मांग बढ़ी है. अब एसी हर घर की जरूरत हो गई है. ऐसे में शहर में बिजली की खपत काफी बढ़ी है. बिजली की इस मांग को पूरा करने के लिए साकची पावर स्टेशन और गोलमुरी सब स्टेशन की क्षमता को दुगुना किया गया है. यही नहीं कई बस्ती में सब स्टेशन बनाए जा रहे हैं, जिसके जरिए इन बस्तियों में 20 हजार नये
कनेक्शन दिए गए हैं.
शहर में पावर सप्लाई को निर्बाध बनाने के लिए कहा कि टाटा स्टील के अधिकारियों की बातचीत झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) के अधिकारियों से हुई है. हमने उन्हें प्रस्ताव दिया है कि हम बिजली देने को तैयार है, आप उसका वितरण करें. लेकिन जेबीवीएनएल ने खास समय को लेकर ही बिजली लेने की बात कही है, जो संभव नहीं है. सरायकेला में बिजली कनेक्शन देने पर एमडी ने कहा कि वहां पर वन भूमि ज्यादा है, जिसका क्लीयरेंस लेना जटिल प्रक्रिया है. हर रोज 420 टन कचरा निकलता है वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर एमडी ने कहा कि इसे लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाने कीजरूरत है. उन्होंने बताया कि शहर में हर रोज 420 टन कचरा निकलता है. हम इस कचरे को प्रोसेस कर इसका पावर जेनरेशन के साथ ही रिसाइक्लिंग करने और सीमेंट इंडस्ट्री में इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि हमारी कोशिश है कि कचरे का लोकल स्तर पर निस्तारण हो. सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर अगल दो साल में कंपनी 300 करोड़ रूपए खर्च करने जा रही है.
उन्होंने बताया कि हमारा जोर डोर टू डोर कलेक्शन के साथ ही वेस्ट की प्रोसेसिंग और लैंड फिल्ड एरिया में डिस्पोजल की है. उन्होंने बताया कि लैंडफिल्ड एरिया के लिए जमीन ले ली गई है और काम चल रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि जो शहर में पुराने डम्पिंग कचरे है, उसका भी वैज्ञानिक तरीके से डिस्पोजल किया जा रहा है. सड़कों के= चौड़ीकरण का काम जारी, लोग ट्रॉफिक नियमों का पालन करें सड़क निर्माण को लेकर एमडी ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 5.25 किलोमीटर सड़क बनाई गई. अगले दो वित्तीय वर्ष में टीएमएच रोड, ओसी रोड, ह्यूम पाइप रोड, जेमको रोड, नीलडीह से आइएसडब्ल्यूपी चौराहा, पाइपलाइन रोड और कडानी रोड में 4.6 किलोमीटर सड़क बनाई जाएगी.
बारीडीह से साकची आने वाले स्ट्रेट माइल रोड पर पूछे गये एक सवाल के बारे में कहा कि काशीडीह कुम्हार बस्ती से लेकर साकची तक की सड़क का चौड़ीकरण बेहद मुश्किल है क्योंकि सड़क के दोनों और घर हैं. उन्होंने शहरवासियों से अनुरोध किया कि वे ट्राफिक नियमों का पालन करें, ताकि सड़क पर दुर्घटना नहीं हो. दो माह में जी टाउन ग्राउंड पार्क बनकर हो जाएगा तैयार रितुराज सिन्हा ने बताया कि टाटा स्टील की कोशिश शहर को हरा भरा रखने की है. वह लगातार नये पार्क बना रही है. उन्होंने बताया कि मानगो सेंट्रल वर्ग्स जल्द बन कर तैयार हो जाएगा. इसके अलावा टाटा स्टील यूआईएसएल की कोशिश शहरवासियों को फिट और चुस्त-दुरूस्त रखने की है.
इसके लिए जी टाउन ग्राउंड में पार्क बनाया जा रहा है, जिसमें वॉकर ट्रैक के साथ ही ओपन जिम भी होगा. बच्चों के लिए कई उपकरण लगाए जा रहे हैं. यह पार्क दो माह में तैयार हो जाएगा. ईवी चार्जिंग स्टेशन एमडी ने कहा कि भविष्य को देखते हुए शहर में ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाए गये हैं, लेकिन अभी इसका इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है क्योंकि अधिकतर लोग घरों में ही गाड़ियों को चार्ज कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि सीएच एरिया के साथ ही पांच स्टेशन बनाए गए हैं. इलेक्ट्रॉनिक कचरे के बारे में कहा कि हम केवल उसका कलेक्शन सेंटर बना सकते हैं क्योंकि छोटे शहर में उतना कचरा नहीं निकलता कि उसके लिए कंपनी बनाई जा सके.
जयंती सरोवर में अब मछली की होगी फार्मिंग हाल ही में जयंती सरोवर में मछलियों के मरने की घटना पर एमडी ने कहा कि हम अभी तक मछलियों की फार्मिंग नहीं करा रहे थे. पता चला है कि तालाब में तेलाबिया प्रजाति की मछली है, जिसकी प्रजनन क्षमता काफी होती है. मछलियों के ज्यादा होने से पानी में ऑक्सीजन कम हो जाती है, जिससे ऐसी घटनाएं होती है. हमने अब फैसला लिया है कि मछली की फार्मिंग कराएंगे ताकि उनकी संख्या पर नियंत्रण रहे.
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