- दो अलग-अलग कंपनियों के खाते में भेजी गई रकम
- कुलसचिव ने मुफ्फसिल थाने में दर्ज की प्राथमिकी
उदित वाणी, जमशेदपुर: टाटा कॉलेज चाईबासा के बैंक खाते से चेक पर फर्जी हस्ताक्षर कर एक करोड़ 58 लाख 96 हजार 800 रुपये फर्जी तरीके से ट्रांसफर कर दिए गए. मामले का खुलासा तब हुआ जब टाटा कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एससी दास ने इतनी बड़ी राशि की निकासी से संबंधित जानकारी पत्र लिखकर कोल्हान विश्वविद्यालय को दी. फर्जी हस्ताक्षर कर ट्रांसफर की गई यह राशि अलग-अलग दो कंपनियों के नाम से बनाए गए अकाउंट में ट्रांसफर किए गए हैं. मामले में अब कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. पी सियाल ने चाईबासा मुफ्फसिल थाने में एफआईआर दर्ज कर दी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
कुलसचिव ने पुलिस थाने को दी गई लिखित सूचना में बताया है कि टाटा कॉलेज चाईबासा के प्रभारी प्राचार्य के द्वारा मंगलवार (18 फरवरी) को पत्र के माध्यम से सूचित किया गया कि चार फरवरी को महाविद्यालय के पंजाब नेशनल बैंक (कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा ब्रांच), जो टाटा कॉलेज चाईबासा के प्रशासनिक भवन में ही अवस्थित है, के खाता संख्या ए-1918050000046 से 67,47,500 रुपये का भुगतान राधा रानी इंटरप्राईजेज के आईडीएफसी बैंक कटक (ओडिशा) एवं 91,49,300 रुपये शानू चिंता इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड (बैंक ऑफ़ बडौदा) रामगढ़ (झारखंड) को आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान किया गया है.
उक्त खाता का संचालन विश्वविद्यालय द्वारा किया जाता है, जिसमें विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं वित्त पदाधिकारी के हस्ताक्षर के उपरान्त ही राशि की निकासी कि जाती है. कुलसचिव ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा उक्त भुगतान कि कोई भी राशि का भुगतान का आदेश निर्गत नहीं किया गया है. परन्तु टाटा कॉलेज चाईबासा द्वारा प्राप्त पत्र के साथ संलग्नों में जिस चेक के आधार पर आरटीजीएस किया गया है उन पर विश्वविद्यालय के दोनों ही पदाधिकारियों का फर्जी हस्ताक्षर पर बैंक द्वारा बिना जांच पड़ताल किए चेक संख्या 58585 के माध्यम से राधा रानी इंटरप्राईजेज के आईडीएफसी बैंक, कटक को 67,47,500 रुपये एवं चेक संख्या 58587 के माध्यम से शानू चिंता इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, बैंक ऑफ़ बडौदा, रामगढ़ को 91,49,300 रुपये का भुगतान कर दिया गया है. उक्त जानकारी प्राप्त होते ही विश्वविद्यालय द्वारा अविलम्ब संबंधित बैंक पंजाब नेशनल बैंक, कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा ब्रांच को पत्र लिख कर सभी भुगतानों पर रोक लगाने हेतु एवं उक्त राशि विश्वविद्यालय को वापस लौटाने का आग्रह किया गया है.
टाटा कॉलेज की ओर से विश्वविद्यालय को भेजे गए पत्र में एक फर्जी पत्र भी संलग्न किया गया है जो टाटा कॉलेज चाईबासा के लेटर पैड पर विश्वविद्यालय के पदाधिकारीयों क्रमशः कुलसचिव एवं वित्त पदाधिकारी का फर्जी हस्ताक्षर कर फर्जी पत्र निर्गत करते हुए उक्त बैंक खाता संख्या 1918050000046 को अनफ्रीज करने हेतु ब्रांच मैनेजर (पंजाब नेशनल बैंक, कोल्हान यूनिवर्सिटी) को पत्र निर्गत किया गया है. उक्त पूर्ण मामला फर्जी रुप से महाविद्यालय के खाता से पैसों के निकासी का है तथा विश्वविद्यालय के पदाधिकारीयों के फर्जी हस्ताक्षर कर फर्जीवाड़ा का है. कुलसचिव ने उक्त मामले पर अविलम्ब राशि को वापस करवाने एवं संलिप्त व्यक्तियों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की है.
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