उदित वाणी, जमशेदपुर : झारखंड में मार्च में मैट्रिक की परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस बार एक ही बार यह परीक्षा होगी। दरअसल कोरोना काल के बाद अब परीक्षाओं की पैटर्न बदल रहा है। महामारी के दौर में पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित होने के कारण टर्म के आधार पर परीक्षाएं ली जानी लगी थी।
मैट्रिक और इंटर के छात्रों के लिए इसके अनुसार सिलेबस तय किया गया था। अक्तूबर के पहले तक इस बार भी जैक टर्म आधारित परीक्षा लेने की तैयारी में था, लेकिन अब फिर से सिलेबस को बदलकर एक ही बार परीक्षा लेने की रणनीति बनी है।
जी हां, मैट्रिक-इंटर की परीक्षा मार्च 2023 में होने वाली एक टर्म की परीक्षा का प्रश्न पैटर्न फिर बदलेगा। 40-40 अंकों की परीक्षाएं ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव में होंगी और 20 अंकों का स्कूल-कॉलेज में आंतरिक मूल्यांकन होगा। ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव के सवाल पूरे सिलेबस से पूछे जाएंगे।
2022 में हुई मैट्रिक-इंटर की परीक्षा में आधे सिलेबस से ऑब्जेक्टिव और आधे से सब्जेक्टिव सवाल पूछे गये थे। राज्य सरकार झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के माध्यम से 2023 की मैट्रिक-इंटर की परीक्षा में पूरे सिलेबस से 40 अंकों की ओएमआर शीट के लिए ऑब्जेक्टिव सवाल तैयार कराएगी, जबकि उसी सिलेबस के आधार पर 40 अंकों से लघु उत्तरीय-दीर्घ उत्तरीय सवाल रहेंगे। इसके लिए स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने जैक को इसी आधार पर तैयारी करने का निर्देश दिया है।
झारखंड शैक्षणिक अनुसंधान व प्रशिक्षण परिषद (जेसीईआरटी) मैट्रिक-इंटर समेत आठवीं, नौवीं व 11वीं का मॉडल पेपर तैयार करेगा। जेसीईआरटी ने दो टर्म के निर्णय के आधार पर मैट्रिक व इंटरमीडिएट का मॉडल प्रश्नपत्र का प्रारूप तैयार कर जैक को भेजा था। अब उसमें फिर से संशोधन करना होगा। पूरे सिलेबस के आधार पर ओएमआर शीट के लिए ऑब्जेक्टिव प्रश्न और उत्तरपुस्तिका की परीक्षा के लिए अलग से प्रश्नों का मॉडल पेपर जारी करना होगा।
जेसीईआरटी ने इसकी प्रक्रिया फिर शुरू कर दी है। नवंबर में ही जैक को इसका प्रारूप भेज देगी। इसके बाद दिसंबर से जैक इसे जारी कर सकेगा। बहरहाल, मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा के बाद आठवीं, नौवीं और 11वीं की परीक्षा होगी। अप्रैल के तीसरे सप्ताह से इसका आयोजन किया जा सकेगा। इसमें ओएमआर शीट पर छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगे। परीक्षा में पास करने के आधार पर वे अगली क्लास में प्रोन्नत होंगे।
पहले दो टर्म में परीक्षा लेने का हुआ था निर्णय
शिक्षा विभाग ने पहले दो टर्म में परीक्षा लेने का निर्णय लिया था। इसमें पहले टर्म में आधे सिलेबस से ऑब्जेक्टिव व लघु उत्तरीय प्रश्न रहने थे, जबकि दूसरे टर्म में ऑब्जेक्टिव के साथ दीर्घउत्तरीय सवाल आने थे। इसमें बदलाव कर सरकार ने अब ओएमआर शीट के लिए 40 अंकों के ऑब्जेक्टिव प्रश्न रखने की बात कही है।
मैट्रिक व इंटरमीडिएट की परीक्षा में दोनों प्रश्नपत्रों के ऑब्जेक्टिव सवाल व ओएमआर शीट और सब्जेक्टिव प्रश्नपत्र व उत्तरपुस्तिका साथ में दी जाएगी। दोनों के हल करने के लिए डेढ़-डेढ़ घंटे दिए जाएंगे। परीक्षा र्थी पहले ओएमआर शीट के प्रश्नों को हल करेंगे, जबकि पांच-10 मिनट के ब्रेक के बाद सब्जेक्टिव सवालों का उत्तरपुस्तिका में जवाब देना होगा।
फरवरी में होगी प्रायोगिक परीक्षा
मैट्रिक और इंटरमीडिएट 2023 की परीक्षा मार्च के पहले सप्ताह से शुरू होगी। इससे पहले इसकी प्रायोगिक परीक्षाएं होंगी। फरवरी में प्रैक्टिकल की परीक्षा ले ली जाएगी। इसके अलावा जिन विषयों में प्रैक्टिकल नहीं होता है, उस पर आंतिरक मूल्यांकन भी किया जाएगा। स्कूलों में आंतरिक मूल्यांकन होगा। इसमें स्कूल के शिक्षकों के अलावा दूसरे स्कूल के एक शिक्षक भी रहेंगे। उनकी देखरेख में ही इसका संचालन होगा।
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