उदित वाणी, नई दिल्ली: गूगल ने 2025 के नौरूज (फारसी नववर्ष) को एक आकर्षक और रंगीन डूडल के माध्यम से मनाया है, जिसे अतिथि कलाकार पेंदार यूसुफी ने चित्रित किया. नौरूज फारसी कैलेंडर के अनुसार नए साल की शुरुआत का प्रतीक है और यह परंपरा पिछले 3,000 वर्षों से मनाई जा रही है. फारसी भाषा में “नौरूज” का अर्थ “नया दिन” होता है और यह उत्तरी गोलार्ध में वसंत की शुरुआत का भी प्रतीक है. नौरूज के दिन दिन और रात की लंबाई लगभग समान होती है.
हफ्त-सिन टेबल: नौरूज की परंपरा
गूगल ने अपने डूडल में नौरूज की परंपराओं का खूबसूरत चित्रण किया है, जिसमें विशेष रूप से ‘हफ्त-सिन टेबल’ को प्रदर्शित किया गया है. हफ्त-सिन टेबल पर सात प्रतीकात्मक वस्तुएं रखी जाती हैं, जिनके नाम फारसी भाषा के अक्षर ‘सिन’ से शुरू होते हैं. ये वस्तुएं इस प्रकार हैं:
1. सेब (सुंदरता के लिए)
2. लहसुन (स्वास्थ्य के लिए)
3. जैतून (प्रेम के लिए)
4. बेरी (सूर्योदय के लिए)
5. सिरका (धैर्य के लिए)
6. अंकुर (पुनर्जन्म के लिए)
7. गेहूं की खीर (शक्ति के लिए)
नौरूज की गतिविधियाँ और परंपराएँ
गूगल ने यह भी बताया कि नौरूज के दौरान कुछ खास परंपराएं और गतिविधियाँ की जाती हैं. इन गतिविधियों में घर की सफाई, अंडों को सजाना और अलाव के ऊपर से कूदना शामिल है. ऐसा माना जाता है कि यह परंपरा पुराने साल की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और नए साल में सकारात्मकता और ऊर्जा को आमंत्रित करने के लिए की जाती है.
नौरूज की शुरुआत और विस्तृत प्रभाव
गूगल के ब्लॉग के अनुसार, पारसी नववर्ष की परंपरा लगभग 3,000 साल पुरानी है, जिसकी शुरुआत प्राचीन ईरान (तब फारस) में हुई थी. यह वसंत विषुव के दिन, जो कि मौसम के बदलाव का प्रतीक है, मनाया जाता था. समय के साथ, सिल्क रोड के किनारे स्थित देशों और जातीय समूहों ने इस परंपरा को अपनाया और यह आज भी पूरी दुनिया में मनाई जाती है.
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