उदित वाणी, जमशेदपुर : भारतीय रेलवे, देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़, अब अपनी कार्यप्रणाली को अत्याधुनिक तकनीकों से लैस कर एक नई ऊंचाई की ओर बढ़ रही है. जहां एक ओर रेलवे अमृत भारत योजना के तहत स्टेशनों के पुनर्विकास और बुनियादी ढांचे के विस्तार (जैसे रेलवे ओवर ब्रिज और फ्रेट कॉरिडोर) पर ध्यान दे रही है, वहीं दूसरी ओर अपने संसाधनों और कर्मचारियों की कार्यदशा में सुधार के लिए निरंतर नवाचार कर रही है.
लोको इंजनों में आधुनिक सुविधाओं की बहार
दक्षिण पूर्व रेलवे ने अपने 1469 इलेक्ट्रिक गुड्स लोको इंजनों में वैक्यूम बेस्ड बायो टॉयलेट लगाने की योजना शुरू कर दी है. बनारस लोकोमोटिव वर्क्स (बीएलडब्ल्यू) में इन इंजनों को अपग्रेड किया जा रहा है. यह टॉयलेट सिस्टम पूरी तरह पानी-रहित है, जिससे लोको पायलटों को सफर के दौरान सुविधा मिलेगी. अभी तक आठ इंजनों में ट्रायल के रूप में इसे स्थापित किया गया है. रविवार को ऐसा ही एक लोको इंजन टाटानगर रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शित किया गया.
दक्षिण पूर्व रेलवे के पब्लिक रिलेशन ऑफिसर (पीआरओ) सोपान दत्ता ने बताया कि गर्मी के दिनों में लोको के अंदर का तापमान 50 डिग्री तक पहुंच जाता है, जिसे ध्यान में रखते हुए सभी लोको में एयर कंडीशन की व्यवस्था भी की जा रही है.
लोको इंजनों में जोड़ी गई ये अत्याधुनिक तकनीकें:
रियल टाइम ट्रेन इंफॉर्मेशन सिस्टम : जीपीएस आधारित यह सिस्टम ट्रेन की लोकेशन की वास्तविक जानकारी देता है.
क्रू वॉयस एंड वीडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम : यह ब्लैक बॉक्स की तरह कार्य करता है और लोको पायलट की गतिविधियों पर नजर रखता है.
फॉग सिग्नल डिवाइस: यह डिवाइस धुंध की स्थिति में लोको पायलट को ट्रैक की जानकारी देता है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना कम होती है.
क्यूआर कोड: प्रत्येक लोको पर लगाए गए क्यूआर कोड से उस इंजन का पूरा इतिहास प्राप्त किया जा सकता है.
लोको पायलटों के लिए टाटानगर में हाईटेक रेस्ट रूम
लोको पायलटों की बेहतर कार्य स्थिति सुनिश्चित करने हेतु टाटानगर में अत्याधुनिक रेस्ट रूम का निर्माण किया गया है. चीफ लोको इंस्पेक्टर केपी जायसवाल ने बताया कि यहां 94 बेड की सुविधा है, जबकि 100 बेड वाला तीन मंजिला नया रेस्ट रूम भी तैयार किया जा रहा है. रेस्ट रूम में ऑनलाइन रनिंग पोजिशन डिस्प्ले, काउंसलिंग रूम, ई-हेल्प डेस्क और ट्रेनिंग सिमुलेटर जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं. कर्मचारियों के लिए कम दरों पर भोजन की व्यवस्था भी की गई है.
इस मौके पर सीएलआई एसके गुप्ता, पब्लिसिटी इंस्पेक्टर प्रसून विश्वास, चीफ क्रू कंट्रोलर पीके बैरीगंजन, स्टेशन निदेशक सुनील कुमार, स्टेशन उप अधीक्षक सुनील कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे. रेलवे की ये पहलें यह दर्शाती हैं कि वह न सिर्फ तकनीकी रूप से, बल्कि मानवीय दृष्टिकोण से भी प्रगति की दिशा में अग्रसर है.
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