नई दिल्ली: भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत किए गए हमले के बाद क्षेत्र में तनाव चरम पर पहुंच गया है. इसी पृष्ठभूमि में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस स्थिति पर चिंता जताते हुए मध्यस्थता की पेशकश की है.
“अगर मदद कर सकता हूं, तो मैं तैयार हूं”: ट्रंप
ट्रंप ने कहा, “यह बहुत दुखद है. मेरी स्थिति यह है कि मैं दोनों देशों के साथ काम करता हूं. मैं भारत और पाकिस्तान को बहुत अच्छी तरह जानता हूं. वे एक-दूसरे को जवाब दे चुके हैं, लेकिन अब यह बंद होना चाहिए. अगर मैं कुछ मदद कर सकता हूं, तो मैं इसके लिए पूरी तरह तैयार हूं.” उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका दोनों देशों के साथ बेहतर संबंध रखता है और यह आवश्यक है कि भारत और पाकिस्तान आपसी विवादों को शांति से सुलझाएं.
अमेरिकी विदेश मंत्री ने भी की अपील
विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि अमेरिका इस तनावपूर्ण स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है. उन्होंने ट्रंप की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि अमेरिका शांति वार्ता के लिए दोनों देशों से निरंतर संवाद करता रहेगा.
“लड़ाई बंद होनी चाहिए”: ट्रंप की सीधी अपील
मंगलवार को हुए भारतीय सैन्य ऑपरेशन पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्रंप ने बुधवार को कहा, “मुझे इस संघर्ष की जानकारी तब मिली जब मैं ऑफिस जा रहा था. यह बेहद अफसोसजनक है. भारत और पाकिस्तान का दशकों, बल्कि सदियों पुराना संघर्ष रहा है. लेकिन अब समय आ गया है कि यह लड़ाई खत्म हो.”
जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या उनके पास दोनों देशों के लिए कोई विशेष संदेश है, तो उन्होंने कहा, “नहीं, मेरा एक ही संदेश है – यह लड़ाई जल्दी खत्म हो.”
(IANS)
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