श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल सब-डिवीजन स्थित नादेर गांव में गुरुवार को हुई मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादी मारे गए. सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त अभियान में मिली इस सफलता को बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि मारे गए आतंकियों की पहचान आसिफ अहमद शेख, आमिर नजीर वानी और यावर अहमद भट के रूप में हुई है. तीनों पुलवामा जिले के ही निवासी थे.
खुफिया इनपुट से चला ऑपरेशन
सेना की श्रीनगर स्थित 15वीं कोर ने बताया कि 15 मई को अंतरराष्ट्रीय खुफिया एजेंसी से मिले इनपुट के आधार पर नादेर, त्राल, अवंतीपोरा इलाके में कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन चलाया गया. इसी दौरान संदिग्ध गतिविधियों के संकेत मिले और मुठभेड़ शुरू हो गई. पुलिस ने भी एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि अवंतीपोरा के नादेर इलाके में गोलीबारी जारी है. सुरक्षा बल मौके पर तैनात हैं.
घाटी में 48 घंटे में दूसरी मुठभेड़
यह मुठभेड़ दो दिन पहले शोपियां के केल्लर इलाके में हुई उस कार्रवाई के बाद हुई है, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादी ढेर किए गए थे. हालिया मारे गए आतंकियों में एक शफी भी शामिल था, जो पिछले साल मई में शोपियां के हीरपोरा में भाजपा सरपंच की हत्या में शामिल था. साथ ही वह वाची क्षेत्र में एक बाहरी मजदूर की हत्या में भी संलिप्त रहा है.
संघर्ष विराम के बाद भी नहीं थमा आतंक
हाल ही में भारत और पाकिस्तान ने 10 मई को युद्धविराम की घोषणा की थी. लेकिन इसके महज दो घंटे बाद ही जम्मू जिले के नगरोटा में आतंकियों ने व्हाइट नाइट कोर के मुख्यालय के बाहर संतरी पोस्ट पर गोलीबारी की. इससे साफ है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी समूह संघर्ष विराम के बावजूद अपनी साजिशों से बाज नहीं आ रहे हैं. भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि देश के अंदर किसी भी आतंकी घटना को ‘युद्ध जैसी कार्रवाई’ माना जाएगा. इससे पहले 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले में जैश समर्थित आतंकियों ने 25 पर्यटकों और एक स्थानीय नागरिक की हत्या कर दी थी.
(IANS)
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