उदित वाणी, रांची : भाजपा नेता अनिल टाइगर की हत्या के खिलाफ आयोजित बंद के दौरान गुरूवार को शहर व शहर का बाहरी इलाका उलझा रहा. रांची बंद को सफल बनाने के लिए केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ समर्थकों के साथ स्वयं भी सड़क पर उतरे. पिस्का मोड़ पर सेठ 6 घंटे तक डटे रहे. उन्होंने कहा कि रांची की कानून व्यवस्था स्ट्रेचर पर है. अनिल टाइगर के हत्यारों को फास्ट ट्रैक कोर्ट से सजा दिलायी जाय. वहीं टाइगर की हत्या के विरोध में रांची पूरी तरह ठप रहा. शहर की हर सड़क, हर चौराहा ग़ुस्से का अखाड़ा बना. इसके अलावा खासतौर पर कांके, ओरमांझी, राहे, सोनाहातू के इलाके में बंद काफी असरदार रहा. राजनीतिक और गैर राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता और नेता सुबह से ही सड़कों पर उतरकर बंद को सफल बनाने में जुटे रहे.
स्कूल-कॉलेज, दुकानें, हाट-बाजार बंद रहा. रांची पुलिस ने विरोध को देखते हुये भाजपा नेता प्रतुल शाहदेव, भैरव सिंह समेत 50 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया. जिन्हें बाद में छोड़ा गया. भाजपा के दिग्गज नेता रघुवर दास एवं बाबूलाल मरांडी ने जमकर शासन-प्रशासन को कोसा. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि रांची बंद पूरी तरह सफल रहा. रांची के आम व खास, व्यापारी, बुद्धिजीवी, वाहन चालक, स्कूल प्रबंधन, मजदूर सभी वर्गों ने बंद का व्यापक समर्थन किया. उन्होंने इसके लिए सभी का आभार जताया और बंद के दौरान हुई परेशानियों के लिए क्षमा याचना भी की.
टाइगर के अंत्येष्टि में रघुवर, सुदेश, रामटहल समेत कई दिग्गज हुए शामिल
उधर भाजपा नेता अनिल टाइगर का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया. रांची के कांके थाना क्षेत्र के गागी खटंगा के जुमार नदी तट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. ओडिशा के पूर्व राज्यपाल रघुवर दास, आजसू प्रमुख सुदेश महतो, पूर्व सांसद रामटहल चौधरी, मांडू विधायक निर्मल महतो, रामगढ़ विधायक ममता देवी, कांके विधायक सुरेश कुमार बैठा, खिजरी विधायक राजेश कच्छप समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और कार्यकर्ता समेत अन्य श्मशान घाट पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित और अंत्येष्टि में शामिल हुए.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।