उदित वाणी, रांची : झामंमो ने पहलगाम की आतंकी घटना को एक प्रशासनिक विफलता बताया और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की. झामुमो के वरिष्ठ नेता विनोद कुमार पांडेय व सुप्रियो भटटाचार्य ने उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने पुलवामा जैसे घटनाओं से कोई सबक नहीं लिया. अगर सबक ली गई होती, तो पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों का इस तरह से कत्लेआम नहीं होता. वहीं सत्तारूढ़ पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे इंसानियत की हत्या करार दिया.
झामुमो के वरिष्ठ नेता विनोद कुमार पांडेय ने एक प्रेस बयान जारी कर कहा कि इस घटना में हिंदू या मुस्लिम नहीं, बल्कि इंसानियत की हत्या हुई है. पहलगाम में जिन पर्यटकों की हत्या की गई. उनमें सिर्फ हिंदू नहीं बल्कि मुस्लिम ईसाई एवं विभिन्न धर्मों के लोग शामिल हैं. उन्होंने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और मानवता को शर्मसार करने वाला बताया. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के नरसंहार की जितनी भी निंदा की जाय. वह कम है. उन्होंने केंद्र सरकार से इस हमले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि भारत सरकार को ऐसा कदम उठाना चाहिए जिससे भविष्य में कोई भी आतंकवादी कश्मीर की ओर देखने की हिम्मत न करे.
झामुमो का बयान लगता है पाकिस्तान की स्क्रिप्ट- भाजपा
इधर झामुमो के आरोपों पर प्रदेश भाजपा ने पलटवार किया. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि झामुमो ने हिंदू समाज के समर्थन में कोई स्पष्ट संदेश नहीं दिया. बल्कि मुस्लिम तुष्टिकरण की झलक एक बार फिर साफ तौर पर नजर आई. उन्होंने कहा कि मुस्लिम वोट बैंक पर निर्भर झामुमो इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ खुलकर बोलने से कतराता है. शाह ने कहा कि केंद्र सरकार को आतंकवादी घटनाओं का जिम्मेदार ठहराना यह दर्शाता है कि झामुमो जानबूझकर कट्टरपंथियों को खुश करने की कोशिश कर रहा है. झामुमो का बयान लगता है पाकिस्तान की स्क्रिप्ट है.
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