उदित वाणी, रांची: प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सदन में राज्य सरकार के बजट पर सामान्य चर्चा के दौरान सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने बजट को दिशाहीन, अदूरदर्शी व विकास विरोधी बताते हुए कहा कि वित्तमंत्री राधाकृष्ण किशोर ने अपने बजट भाषण में भी राजनीति की. किशोर द्वारा झारखंड निर्माता श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी का नाम नहीं लिया जाना और राज्य गठन का श्रेय कांग्रेस व झामुमो को दिया जाना सरकार की कुत्सित मानसिकता को उजागर करता है. उन्होंने कहा कि जबकि राज्य की जनता को सच्चाई पता है कि अलग झारखंड राज्य के सपने को किसने पूरा किया. आज सत्ता पक्ष में वही लोग बैठे हैं जिनका इतिहास झारखंड आंदोलन को बेचने-खरीदने और बदनाम करने का रहा है. कभी अपने लाश पर अलग राज्य बनने की बात करने वाले आज झारखंड की सत्ता में बैठे हैं. उन्होंने कहा कि विधानसभा के मुख्यद्वार पर श्रद्धेय अटल जी की प्रतिमा लगी है. वे झारखंड की जनता के दिलों में बसते हैं. लेकिन वित्तमंत्री बड़े छोटे मन के निकले.
वहीं बजट के संदर्भ में मरांडी ने कहा कि सरकार बजटीय प्रावधान के लिए कहां से पैसे लाएगी. यह नहीं बता रही है. गैर योजना मद में खर्च बढ़ाए गए हैं और योजना मद की राशि में भारी कटौती की गई है. राज्य सरकार नियुक्तियां करती है, तो गैर योजना मद में राशि और बढ़ेगी. राज्य सरकार लगातार जनता के बीच केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार और भ्रम फैलाती है. जबकि मोदी सरकार सभी क्षेत्रों में झारखंड को भरपूर सहायता उपलब्ध कराती है. मोदी सरकार ने पिछले 10 बर्षों में यूपीए की मनमोहन सरकार से कई गुना ज्यादा पैसे राज्य को दिया है. राज्य की इंडी सरकार अपनी जिम्मेवारी से भाग रही है. केवल लंबी-चौड़ी घोषणाओं से सरकार चलाना चाहती है. जबकि वास्तविकता यह है कि राज्य में 41 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा से नीचे जीवन बिताने को मजबूर है. विधि व्यवस्था आज पूरी तरह ध्वस्त है. अस्पताल में दवाई नहीं, स्कूल में पढ़ाई नहीं हो रही है. केंद्रीय सहायता के बावजूद जलजीवन मिशन का कार्य अधूरा है. इसके साथ ही मरांडी ने सरकार को जन आकांक्षाओं पर खरा उतरने की नसीहत दी.
6 मार्च से 13 मार्च तक प्रदेश भाजपा सभी जिलों में करेगी अटल विरासत सम्मेलन
प्रदेश भाजपा द्वारा अटल जन्म शताब्दी के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा. इसी क्रम में पार्टी द्वारा 6 से 13 मार्च तक सभी सांगठानिक जिलों में अटल विरासत सम्मेलन आयोजित किया जायेगा. सम्मेलनों में बतौर मुख्य वक्ता प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी समेत विभिन्न सांगठानिक जिलों में प्रदेश के नेता शामिल होंगे. सम्मेलन में झारखंड निर्माता अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा की जायेगी. अर्जुन मुंडा 13 मार्च को सरायकेला-खरसावां में, पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन 8 मार्च को रांची महानगर में, पूर्व मुख्यमंत्री मधुकोड़ा 7 मार्च को सिमडेगा में, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा दिनेशानंद गोस्वामी 10 मार्च को रांची ग्रामीण जिला में, 10 मार्च को बिरंची नारायण पूर्वी सिंहभूम में व पूर्व सांसद समीर उरांव पश्चिम सिंहभूम में समेत अन्य जिलों में अलग-अलग नेता सम्मेलन में शामिल होंगे.
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