जबाबी हमले में इरफान ने कहा कि सुदिव्य सोनू बहुत जानकार हो गए हैं. इसलिए वह हर बात पर फुदकने लगते हैं
उदित वाणी, रांची: झारखंड विधानसभा सत्र के 15 वें दिन शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दो कैबिनेट मंत्री सदन में आपस में ही भिड़ गए और सदन का माहौल कुछ देर के लिए गर्म हो गया. कांग्रेस विधायक दल के नेता सह पार्टी के वरिष्ठ विधायक प्रदीप यादव के एक सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी द्वारा कटाक्ष किये जाने को लेकर यह वाक्या उत्पन्न हुआ. इरफान के कटाक्ष किये जाने पर प्रभारी संसदीय कार्य की हैसियत से नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने मंत्री को मर्यादा में रहकर सवालों के अनुकूल जबाब देने की नसीहत दी. इस पर इरफान ने भी जबाबी हमला किया और कहा कि सुदिव्य सोनू बहुत जानकार हो गए हैं.
यही कारण है कि वह हर बात पर फुदकने लगते हैं. उनके इस बयान पर कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने मंत्री सुदिव्य सोनू के समर्थन में कहा कि वे संसदीय कार्य का दायित्व निभा रहे हैं. ताकि सदन को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके. वहीं सोनू ने कहा कि सदन किसी की व्यक्तिगत संपत्ति नहीं है. यह लोकाचार का मामला है. जबकि सत्र के दौरान प्रदीप यादव ने गोड़्डा में नर्सिंग कॉलेज शुरू करने का मुद्दा उठाया. उन्होने कहा कि गोडडा में नर्सिंग कॉलेज खोलने के लिए भवन बनकर तैयार है. स्वास्थ्य मंत्री बतायें कि भवन कब बना है और कब कॉलेज में पढ़ाई शुरू किया जायेगा. उनके इस सवाल का जबाब देते हुए उनके ही पार्टी के जामताड़ा से विधायक स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि आप पांच बार के विधायक हैं.
अभी तक आप नर्सिंग कॉलेज नहीं बनवा सके. यह कोई सवाल है कि भवन कब बना. साथ ही इरफान ने कहा कि अगले छह माह में गोडडा नर्सिंग कॉलेज में पढ़ाई शुरू कर दिया जायेगा. इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री का प्रभार संभाल रहे मंत्री सुदिव्य सोनू उठे और इरफान से ऑब्जेक्टिव जबाब देने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि सदस्यों के सवालों पर कटाक्ष करना सही नहीं है. सदन की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए. यह बात सुनते ही मंत्री इरफान अंसारी उनसे उलझ गए. गौरतलब है कि इसी तरह के जबाब को लेकर गुरूवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी हस्तक्षेप किया था और कहा था कि मंत्री इरफान सही उत्तर देकर प्रश्नकर्ता को समझा नहीं पा रहे है.
जेएलकेएम विधायक जयराम महतो ने सवाल उठाते हुए कहा था कि एमएसपी पर खरीदी गई धान का किसानों को किस्तों में बिलंब से भुगतान किया जा रहा है. इसपर सरकार की ओर से उत्तर देते हुए मंत्री इरफान अंसारी ने कहा था कि किसानों को एक साथ भुगतान करने पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा. जिसपर मुख्यमंत्री ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि राइस मिलों की कमी के कारण धान के उठाव व बिलिंग करने में देर होने की वजह से भुगतान करने में भी देरी होती है.
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