नई दिल्ली: भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को गहरे झटके में डाल दिया है. बुधवार तड़के भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमला बोला, जिसमें दर्जनों आतंकी मारे गए.इस अभियान के अगले ही दिन, गुरुवार (8 मई) को कराची, लाहौर, इस्लामाबाद और रावलपिंडी जैसे बड़े शहरों में ड्रोन हमलों की श्रृंखला ने पाकिस्तान को पूरी तरह से हिला दिया. इन हमलों ने पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
रावलपिंडी स्टेडियम के पास ड्रोन दुर्घटना, पीएसएल पर संकट
गुरुवार की शाम रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम के पास एक ड्रोन गिरने से हड़कंप मच गया. इसी स्टेडियम में रात को डेविड वार्नर की कराची किंग्स और बाबर आजम की पेशावर जाल्मी के बीच पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) का 27वां मुकाबला खेला जाना है.अब इस मैच के आयोजन पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और रिपोर्ट्स के अनुसार, यह ड्रोन मैच से कुछ घंटे पहले दुर्घटनाग्रस्त हुआ.
स्थानीय इलाकों में दहशत, विदेशी खिलाड़ी असुरक्षित
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक, ड्रोन एक पेड़ से टकराकर नीचे गिरा जिससे आस-पास की दुकानों की खिड़कियां टूट गईं. दो स्थानीय नागरिक घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके को घेर लिया है और जांच की जा रही है कि ड्रोन पेलोड से लैस था या नहीं.घटना के दृश्य सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं. इससे पाकिस्तान में चल रही क्रिकेट लीग की सुरक्षा व्यवस्था पर गहरी चिंता जताई जा रही है.
विदेशी खिलाड़ियों की सुरक्षा पर चिंता, कुछ ने जताई वापसी की इच्छा
कराची किंग्स और पेशावर जाल्मी की टीमों में कई विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं. कराची किंग्स के कप्तान डेविड वार्नर के अलावा टीम में मोहम्मद नबी, जेम्स विंस, टिम सिफर्ट जैसे खिलाड़ी हैं. वहीं पेशावर जाल्मी में टॉम कोहलर-कैडमोर, ल्यूक वूड, अल्जारी जोसेफ और मैक्स ब्रायंट जैसे खिलाड़ी शामिल हैं.इस हमले के बाद खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है. इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने अपने क्रिकेट बोर्ड से आग्रह किया है कि उन्हें पाकिस्तान से बाहर निकाला जाए.सूत्रों के अनुसार, मुल्तान सुल्तांस टीम के डेविड विली और क्रिस जॉर्डन अपनी फ्रेंचाइजी से वापसी की अनुमति मांग चुके हैं.
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड सतर्क, लेकिन अभी कोई आदेश नहीं
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड तथा प्रोफेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन लगातार खिलाड़ियों के संपर्क में हैं. फिलहाल उन्होंने पाकिस्तान छोड़ने का कोई आधिकारिक निर्देश नहीं दिया है. हालांकि यूके सरकार हालात पर नजर बनाए हुए है.
रावलपिंडी स्टेडियम का पुनरुद्धार हुआ व्यर्थ
गौरतलब है कि हाल ही में पाकिस्तान में प्रस्तावित चैंपियंस ट्रॉफी के मद्देनजर रावलपिंडी स्टेडियम को नवीनीकृत किया गया था. लेकिन अब ड्रोन हमले और हादसों के कारण यह स्थल फिर से संकट में आ गया है.
(IANS)
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