उदित वाणी, रांची : मुख्य चुनाव आयुक्त [सीईसी] ज्ञानेश कुमार ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन [ईवीएम] की विश्वसनीयता पर सवाल नहीं उठाया जा सकता है. भारत में चुनावों के दौरान उपयोग हो रही ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित है. उन्होंने कहा कि ईवीएम इंटरनेट, ब्लूटूथ या इंफ्रारेड से कनेक्ट नहीं होती है. इसलिए ईवीएम को हैक या टेंपर करना संभव नहीं है. मतदातों द्वारा वोट डालने पर जिस प्रत्याशी के पक्ष में बटन दबाया जाता है. उसी का वीवीपैट में भी स्लिप निकलता है. चुनाव आयाग द्वारा अब तक 5 करोड़ से ज्यादा वीवीपैट स्लिप्स की गणना करायी गयी है. जिसमें ईवीएम व वीवीपैट में एक भी वोट का अंतर नहीं पाया गया है. उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग यह सुनिश्चित करता है कि भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था पूर्णतया पारदर्शी और सुरक्षित रहे. सीईसी रामगढ़ के रजरप्पा स्थित सीसीएल गेस्ट हाउस के सभागार में वॉलेंटियर के साथ एक्सपेरिएंस साझा करने के बाद मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग हमेशा मतदाताओं के साथ खड़ा था. खड़ा है और सदैव खड़ा रहेगा.
झारखंड में मतदाता व मतदाता सूची को लेकर एक भी आपत्ति नहीं
सीईसी ज्ञानेश कुमार ने कहा कि हर मतदान केंद्र पर राज्य सरकार द्वारा एक बूथ लेवल अधिकारी नियुक्त किया जाता है और हर बूथ पर हर राजनीतिक दल को बूथ लेवल एजेंट नामित करने का भी अधिकार होता है. हर नागरिक एक निर्वाचक के रूप में सभी सुविधा अपने बूथ पर प्राप्त कर सकते हैं. अगर किसी व्यक्ति को निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी के निर्णय पर आपत्ति होती है, तो वह जिला निर्वाचन पदाधिकारी [डीईओ] के समक्ष अपील कर सकता है और डीईओ के निर्णय से भी असंतुष्ट होने पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी [सीईओ] के समक्ष भी अपील दायर की जा सकती है. उन्होंने कहा कि झारखंड में किसी भी डीईओ या सीईओ कार्यालय के समक्ष इस तरह की कोई भी अपील लंबित नहीं है. इसका मतलब है कि झारखंड में मतदाता सूची, मतदाताओं एवं अन्य सभी को शत प्रतिशत संतुष्टि के करीब है. इसके लिए झारखंड की निर्वाचन टीम सराहना के पात्र हैं.
राज्य में लोकतंत्र की नींव मजबूत
कार्यक्रम के दौरान सीईसी ने लोकसभा और विधानसभा आम चुनाव 2024 के दौरान सेवा देने वाले वॉलंटियर्स से बातचीत की. वॉलंटियर्स ने अपने चुनावी अनुभव साझा किया और उन्होंने चुनाव संबंधी कार्यों को लेकर गंभीरता से चर्चा व उनकी सराहना की. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि झारखंड की देवभूमि पर आकर यहां के लोकतांत्रिक उत्साह को देखकर गर्व महसूस हो रहा है. वॉलंटियर्स के साथ संवाद कर यह स्पष्ट हुआ कि झारखंड में लोकतंत्र की नींव मजबूत है. इसके साथ ही सीईसी ने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि 18 वर्ष की आयु पूरी होते ही अपना नाम मतदाता सूची में अवश्य दर्ज करायें. उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग की यह प्राथमिकता रही है कि हर मतदाता तक सही सूचना पहुंचे और उन्हें मतदान का अधिकार पूरी सुरक्षा और पारदर्शिता के साथ मिले. ज्ञानेश कुमार ने कहा कि मैं झारखंड में दो दिनों के लिए हूं इस बीच मैं कुछ कठिन स्थानों पर भी जाऊंगा. इस अवसर पर ज्ञानेश कुमार ने सबसे पहले रजरप्पा स्थित प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां छिन्नमस्तिका मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना और हवन किया तथा प्रेस कॉन्फ्रेंस और वॉलंटियर्स से बातचीत के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त रामगढ़ जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पतरातू गए.
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