नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बयान दिया है कि यदि भारत अपनी आक्रामक नीति से पीछे हटे, तभी दोनों देशों के बीच स्थिति सामान्य हो सकती है. ख्वाजा आसिफ ने यह बात ऐसे समय पर कही जब भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ ठिकानों पर हवाई हमले किए. भारत के अनुसार ये हमले आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए थे. इसके जवाब में पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास भारतीय कार्रवाई का जवाब देने का दावा किया है.
पाकिस्तान का पलटवार: हमले की शुरुआत भारत ने की
ब्लूमबर्ग को दिए बयान में ख्वाजा आसिफ ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान ने कोई हमला नहीं किया बल्कि भारत की कार्रवाई का जवाब दिया है. उन्होंने कहा, “हमने किसी संघर्ष की शुरुआत नहीं की. यह सब भारत की ओर से शुरू हुआ है. यदि भारत पीछे हटेगा, तो हम भी तनाव को कम करेंगे. लेकिन जब तक हम पर हमला होता रहेगा, हमें अपनी सुरक्षा करनी होगी.”
हवाई हमलों में 26 की मौत, रेड अलर्ट पर पाकिस्तान
पाकिस्तानी सेना के जनसंपर्क विभाग (आईएसपीआर) के प्रमुख जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने बताया कि इन हमलों में कम से कम 26 लोग मारे गए हैं और 46 घायल हुए हैं. भारत द्वारा जिन क्षेत्रों को निशाना बनाया गया, उनमें पीओके और पंजाब प्रांत के वो इलाके शामिल हैं, जिन्हें भारत आतंकवादियों के ठिकाने मानता है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पाकिस्तान में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. सभी सरकारी अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं. देश की हवाई सीमाएं 24 से 36 घंटे के लिए बंद कर दी गई हैं. इस्लामाबाद और पंजाब के स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं. सुरक्षा बलों को सतर्क स्थिति में रखा गया है.
मस्जिद, मदरसे और आतंकी ठिकाने बने निशाना
भारत ने पाकिस्तान के भीतर जिन जगहों पर हमला किया, उनमें अहमदपुर शरकिया स्थित मस्जिद सुभानअल्लाह भी शामिल है, जिसे जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का अड्डा माना जाता है. इसके अलावा मुरिदके स्थित लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद के मुख्यालय पर भी हमला किया गया. अन्य लक्ष्य मुजफ्फराबाद, कोटली और बाग शहरों में थे.
पाकिस्तान की आपात बैठक: अंतरराष्ट्रीय दबाव और रणनीति पर विचार
इस सैन्य स्थिति को देखते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने एक आपात बैठक बुलाई है.बैठक में सुरक्षा हालात की समीक्षा के साथ-साथ भारत को लेकर आगे की रणनीति पर विचार होगा. साथ ही यह भी तय किया जाएगा कि अमेरिका और अन्य देशों द्वारा दिए जा रहे संयम और शांति के संदेशों पर पाकिस्तान क्या रुख अपनाएगा. इसका मकसद दो परमाणु संपन्न देशों के बीच बढ़ते तनाव को नियंत्रित करना है.
(IANS)
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