
नई दिल्ली: वज्रासन एक ऐसा योगासन है जिसे कोई भी व्यक्ति आसानी से कर सकता है. यह जितना साधारण दिखता है, इसके लाभ उतने ही गहरे और प्रभावशाली हैं. रोज़ाना केवल 5 से 10 मिनट वज्रासन करने से शरीर और मन दोनों को संतुलन मिलता है.
मोटापा घटेगा, पाचन सुधरेगा
आयुर्वेद के अनुसार, वज्रासन खासतौर पर वजन घटाने में सहायक होता है. इसके अभ्यास से जांघों और पेट की चर्बी में कमी आती है. वज्रासन करने से पाचन तंत्र सक्रिय होता है, जिससे कब्ज, गैस, खट्टी डकार और अपच जैसी समस्याओं से राहत मिलती है. खाना खाने के बाद यदि 5 मिनट इस मुद्रा में बैठा जाए, तो भोजन शीघ्र पचता है और पेट हल्का महसूस होता है.
रक्त संचार बेहतर, साइटिका में राहत
वज्रासन से शरीर में रक्त प्रवाह सुचारु रहता है. यह साइटिका जैसी नसों से जुड़ी बीमारियों में भी लाभ पहुंचाता है. इस आसन को भोजन के बाद करना विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है. यह पीठ के निचले हिस्से के दर्द को भी कम करता है.
मानसिक शांति और एकाग्रता में वृद्धि
वज्रासन दिमाग को शांत करता है और मानसिक तनाव को घटाता है. इस आसन में बैठकर अगर लंबी और गहरी सांसें ली जाएं, तो फेफड़े मजबूत होते हैं. यह एकाग्रता को बढ़ाता है और बेचैनी को दूर करता है. नियमित अभ्यास से मन स्थिर होता है और नींद की गुणवत्ता भी सुधरती है.
ब्लड प्रेशर और शुगर कंट्रोल में सहायक
वज्रासन हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को कम करने में भी सहायक होता है. यह शरीर की मांसपेशियों को मजबूत करता है और शारीरिक ताकत को बढ़ाता है. साथ ही यह शरीर में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है.
कैसे करें वज्रासन?
वज्रासन करना बेहद सरल है.
सबसे पहले घुटनों के बल बैठ जाएं.
पीठ सीधी रखें ताकि रीढ़ की हड्डी सीधी स्थिति में रहे.
पैरों को इस तरह मोड़ें कि पंजे जमीन पर और एड़ियां ऊपर की ओर हों.
अब आंखें बंद करें और गहरी सांसें लेते हुए कुछ मिनट इस मुद्रा में रहें.
इस आसान से अभ्यास से शरीर को आराम मिलता है और संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार होता है.
(IANS)
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