उदित वाणी, रांची: झारखंड सरकार की मंईयां सम्मान योजना से लाभान्वित होने वालों की संख्या अब 58,09,799 हो गई है. अगस्त 2024 में शुरू हुई इस योजना के तहत अब तक 16,99,394 नए लाभुक जोड़े जा चुके हैं. छह जनवरी तक योजना के तहत 56,61,791 लाभुक थे, जिसमें 1,47,988 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. अनुमान है कि जनवरी माह में यह संख्या 59 लाख को पार कर जाएगी.
जनवरी की राशि: अगले सप्ताह तक खाते में
मंईयां सम्मान योजना के तहत जनवरी माह की राशि अगले सप्ताह तक लाभुकों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी. विभागीय स्तर पर इस प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने की तैयारी की जा रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में इस योजना का आवेदन संबंधित प्रखंड कार्यालयों में और शहरी क्षेत्रों में अंचल कार्यालयों में जमा किया जा रहा है. इन कार्यालयों के माध्यम से सभी आवेदनों की ऑनलाइन एंट्री कर सत्यापन किया जा रहा है.
आवेदन और सत्यापन का आंकड़ा
अब तक मंईयां सम्मान योजना के लिए कुल 67,84,154 आवेदन जमा किए जा चुके हैं, जिनमें से 58,09,779 आवेदनों का सत्यापन हो चुका है. सत्यापित लाभुकों को योजना का लाभ दिया जाएगा. शेष आवेदनों की जांच प्रक्रिया जारी है. दिसंबर तक यह आंकड़ा 67,58,681 था, जिसमें से सत्यापन में तेजी लाते हुए लगभग सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी जा रही है.
सत्यापन में मिली गड़बड़ियां
सत्यापन के दौरान कई गड़बड़ियां सामने आई हैं. कुछ ऐसे आवेदक पाए गए हैं, जो योजना के मानदंडों को पूरा नहीं करते. इन मामलों में संबंधित जिलों में कार्यवाही शुरू कर दी गई है. सभी जिलों को निर्देशित किया गया है कि वे गड़बड़ी के मामलों की जानकारी समाज कल्याण निदेशालय को भेजें.
छह जिलों में 24 लाख से अधिक लाभुक
राज्य के छह प्रमुख जिलों में लाभुकों की संख्या 24 लाख को पार कर गई है. इनमें रांची, धनबाद, गिरिडीह, बोकारो, पूर्वी सिंहभूम, और पलामू शामिल हैं. इन जिलों में योजना का क्रियान्वयन सबसे प्रभावी ढंग से हो रहा है.
क्या है योजना की भविष्य की दिशा?
मंईयां सम्मान योजना के सफल क्रियान्वयन से झारखंड सरकार ने सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक मदद के क्षेत्र में नई मिसाल कायम की है. हालांकि सत्यापन में गड़बड़ियों को रोकना और योजना की पारदर्शिता बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है.
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