उदित वाणी, पश्चिमी सिंहभूम: पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित सभागार में शुक्रवार को स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से जिला चयन समिति की बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त श्री कुलदीप चौधरी ने की.इस बैठक का मुख्य उद्देश्य था—आयुष्मान भारत योजना एवं अबुआ स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत बाह्य स्रोतों से विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति की प्रक्रिया को अंतिम रूप देना.
राज्य संकल्प के तहत विशेषज्ञों की सेवाएं
झारखंड सरकार द्वारा जारी राज्यस्तरीय संकल्प के अनुरूप समिति का गठन किया गया है, ताकि जिले में संचालित सरकारी अस्पतालों में गुणवत्ता आधारित स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित की जा सकें. बैठक में उप विकास आयुक्त श्री संदीप कुमार मीणा, मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुशांतो माझी, सदर अस्पताल चाईबासा के उपाधीक्षक, स्थापना उपसमाहर्ता तथा बाह्य स्त्रोत से आमंत्रित चिकित्सक उपस्थित रहे.
पात्रता के अनुसार सेवा समय का निर्धारण
बैठक में उपायुक्त द्वारा उपस्थित चिकित्सकों से उनकी योग्यता एवं विशेषज्ञता के अनुसार जानकारी ली गई. इसके आधार पर तय किया गया कि कौन-से विशेषज्ञ किस अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र में अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे.सदर अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए सेवा समय का निर्धारण भी इसी प्रक्रिया में किया गया.
प्रोत्साहन राशि और विशेषज्ञता की सूची
राज्य सरकार द्वारा निर्धारित प्रोत्साहन राशि व अन्य लाभों की जानकारी भी बैठक में साझा की गई. जिन विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं ली जाएंगी, उनमें शामिल हैं:
कंसल्टेंट मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट
कार्डियोलॉजिस्ट
स्त्री रोग विशेषज्ञ (डीजीओ/ऑब्स एंड गाइनी)
एनेस्थेटिस्ट
एमडी (जनरल मेडिसिन)
उद्देश्य: सुदूर इलाकों तक बेहतर इलाज की पहुँच
इस पहल का लक्ष्य है कि चाईबासा जैसे जनजातीय बहुल जिले में विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित न रहें, बल्कि ग्रामीण और सुदूर क्षेत्रों तक भी इनका विस्तार हो. विशेषज्ञों की नियमित उपलब्धता से न केवल गंभीर बीमारियों का इलाज स्थानीय स्तर पर संभव होगा, बल्कि रेफर करने की आवश्यकता भी घटेगी.
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