उदित वाणी, जमशेदपुर: जमशेदरपुर में असानी चक्रवात का असर बुधवार को दिखा. दोपहर से शाम तक शहर के विभिन्न इलाकों में झमाझम बारिश हुई. इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली. जानकारी के मुताबिक असानी का असर बंगाल की खाड़ी में पहुंच गया है. इसलिए इसका असर जमशेदपुर में दिखा. हाल के दिनों में यह पहली ऐसी बारिश थी जिसमे करीब एक घंटे तक जोरदार तरीके से पानी बरसा. इससे शहर के विभिन्न इलाकों में जलभराव हो गया. दोपहर के 1.45 बजे शुरू हुई बारिश ढाई बजते बजते तक जारी रही. इस बीच 8 एमएम बारिश हुई. वहीं 48 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली. इससे भीषण गर्मी का सितम झेल रहे लौहनगरी के लोगों को राहत मिली है. मगर राहत से ज्यादा बारिश परेशानी का शबब बन गया. शहर के सभी प्रमुख बाजारों और सड़कों पर जलजमाव के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. मानगो मुख्य सड़क के किनारे दुकानों में बारिश का पानी घुस गया जिससे दुकानदारों को नुकसान उठाना पड़ा. वहीं कई मार्गों पर पेड़ भी गिर गए, जिससे आवागमन बाधित हुआ.
तीन चार दिनों से मौसम का मिजाज ठंडा
जमशेदपुर में नौ मई से ही आकाश में बादल छाया हुआ है, जबकि कुछ इलाके में सोमवार को भी बारिश हुई है. वहीं मंगलवार 10 मई को जमशेदपुर के आकाश बादलों से ढंक गया था. रांची मौसम विज्ञान केंद्र रांची से मिली जानकारी के अनुसार दक्षिणी अंडमान निकोबार द्वीप समूह से उठा चक्रवाती तूफान मंगलवार को ओडिशा के समुद्री तटों से टकरा गया था. इस कारण 12 व 13 मई को पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, रांची, रामगढ़, बोकारो, गुमला, हजारीबाग, खूंटी, मडेगा, देवघर, दुमका, गोड्डा, जामताड़ा, गिरीडीह, पाकुड़, साहेबगंज आदि जिलों में बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार असानी तूफान का झारखंड में आंशिक असर रहेगा.
बहरहाल, बारिश होने के कारण तापमान में भी गिरावट हुई. बुधवार दोपहर में 34 डिग्री सेल्सियस तापमान था, मंगलवार को तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. सोमवार का तापमान 35.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो रविवार के मुकाबले 1.3 डिग्री सेल्सियस कम था.
एमजीएम बर्न यूनिट समेत साकची से मानगो तक में पानी पानी
बारिश से जल निकासी की पर्याप्त व्यवस्था ना होने का असर सबसे ज्यादा साकची में दिखा. साकची एमजीएम अस्पताल के बर्न यूनिट में घुटनों तक पानी भर गया. इससे अफरा तफरी मच गई. लोग बाल्टी से पानी निकलने में जुट गए. इसी तरह कोलकाता बाजार के सामने तलब सा नजारा बन गया. वहीं वही जुबिली पार्क के साथ साकची, मानगो, जुगसलाई, बिष्टुपुर, सोनारी, कदमा आदि इलाके में सड़क जलमग्न हो गए. सड़कों पर पानी भरा गया. इससे आवागमन में दिक्कत हुई. साकची गोल चक्कर पर बंगाल क्लब जाने वाली रोड के किनारे भी दोनों तरफ पानी भरने से आने-जाने में लोगों को परेशानी हुई. जुबली पार्क में भी सड़क पर पानी भरने से आवागमन बाधित हो गया. लोग फंस गए. एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल गोल चक्कर पर भी जलभराव के चलते अस्पताल आने जाने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. इसी तरह जुगसलाई का भी यही हाल रहा. यही हाल मानगो का रहा. मानगो में भी सड़कों पर पानी भरा रहा. जाकिर नगर जवाहर नगर समेत कई मोहल्लों में सड़कें लबालब रहीं. लोगों का कहना है कि मानगो नगर निगम की तरफ से नाला सफाई का ठेका हो जाता है. फिर कोई देखने नहीं जाता. ठेकेदार बिना काम किए ही पैसा निकाल लेते हैं. इसी के चलते बरसात में पानी नहीं निकल पाता. जमशेदपुर इलाके का भी यही हाल रहा.
पासूडीह बामनगोड़ा में घरों में घुसा गंदा पानी
बुधवार की दोपहर में हुई बारिश ने लोगों के माथे पर पसीना ला दिया. परसूडीह थानांतर्गत बामनगोड़ा नाला के पास आस-पास के घरों में जल जमाव की स्थिति बन गई. इन इलाकों में नालों पर घर हैं या घर में नाले पता लगाना मुश्किल हो गया. वहीं बामनगोड़ा नीचे टोला में तथा सोपोडेरा कुर्मी टोला में बारिश के कारण जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से घरों में नालें का गंदा पानी घुस गया . स्थानीय लोगों ने कहा कि नीचले इलाकों में घर बनने तथा जल निकासी संक्रीण होने से जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हुई है. इस स्थिति से प्रशासन को सजग होने की जरूरत है तथा जल निकासी को दुरुस्त किया जाना चाहिए. राकेश चौधरी ने कहा कि बामनगोड़ा – बारीगोड़ा पुलिया से लेकर नीचे टोला तक कैनल का निर्माण किया जाना जाना चाहिए. इससे समुचित जल निकासी भी होगा तथा नहाने , जानवरों को पानी पीने तथा सिंचाई में सहुलियत होगी. उन्होंने कहा कि नाले के क्षेत्र में समुचित सफाई एवं कैनल का निर्माण आज समय की मांग है अन्यथा बरसात में बाढ़ से बड़ी तबाही होने से इंकार नहीं किया जा सकता है.
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