
उदित वाणी, जमशेदपुर: शहर मे समाज सेवा के क्षेत्र में अहम भूमिका निभानेवाले चंदूका परिवार के मार्गदर्शक व उद्यमी राजकुमार अग्रवाल चंदूका के पिता प्रभु दयाल अग्रवाल का शनिवार को निधन हो गया. वे 93 वर्ष के थे. शहर के मारवाड़ी समाज समेत कारोबार जगत में उनकी खास प्रतिष्ठा थी. साकची शिव मंदिर लाइन में स्थित उनका प्रतिष्ठान अपनी साख व विश्वनीयता के लिए खास तौर पर जाना जाता है.
प्रभु दयाल जी अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं. उनका अंतिम संस्कार आज रविवार को स्र्वरेखा नदी के तट पर भुइंयाड़ीह साकची श्मशानघाट पर होगा. अंतिम यात्रा नारायणी निवास 35, सर्किट हाउस, नोर्थ वेस्ट, रोड नं0 15, सोनारी से निकलेगी.
प्रभुदयाल जी का जन्म चार जनवरी 1931 में जमशेदपुर में ही हुआ था. करीब सौ साल पहले उनके पिता महासुखराम जी अग्रवाल राजस्थान के गुहाना से जमशेदपुर आए थे. उन्होंने साकची से कारोबार की शुरुआत की थी. प्रभुदयाल जी ने बचपन से ही पिता के कारोबार मे हाथ बंटाना शुरू कर दिया था. बाद में उन्होंने साकची शिव मंदिर लाइन स्थित अपने प्रतिष्ठान महासुखराम प्रभुदयाल को शहर के प्रतिष्ठित दुकान के रूप में स्थापित किया.
प्रभुदयाल अग्रवाल अपने पीछे चार पुत्रों राजकुमार अग्रवाल चंदूका, ओमप्रकाश अग्रवाल, मनोज कुमार अग्रवाल, किशन कुमार अग्रवाल व पौत्र संगम अग्रवाल, राहुल, मेहुल, मयंक व प्रपौत्र यष, कृषव समेत भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं. उनके दामाद चाकुलिया निवासी हीरालाल भारतीय थे जो समाजसेवा के लिए खास तौैर पर जाने जाते थे.
प्रभुदयाल जी के निधन की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में समाज के विभिन्न वर्गो के लोग उनके पुत्र राजकुमार अग्रवाल चंदूका से उनके आवास पर मिले और अपनी शोक संवेदना को प्रकट किया. विधायक सरयू राय समेत अनेक हस्तियों ने भी उनके निधन पर गहरा शोक जताया है.
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