उदित वाणी, रांची: इस साल झारखंड के सभी बिजली उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे. झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने इस योजना पर तेजी से काम शुरू कर दिया है. दूसरे चरण में 13.41 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे, जिसमें ज्यादातर शहरी क्षेत्रों के उपभोक्ता शामिल हैं.
रांची और धनबाद में यह कार्य पहले से जारी है. रांची में 3.50 लाख घरों का लक्ष्य है, जिसमें से 3 लाख घरों में मीटर लग चुके हैं. धनबाद में 1 लाख घरों का लक्ष्य है, जिसमें से 75 हजार घरों में मीटर लग चुके हैं. दूसरे चरण में दोनों शहरों में 40-40 हजार अतिरिक्त उपभोक्ताओं के घरों में भी मीटर लगाए जाएंगे.
केंद्र सरकार की योजना के तहत होगा कार्य
यह परियोजना केंद्र सरकार की आरडीएसएस स्कीम (रीवैंप्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम) के तहत लागू की जा रही है. इस योजना का उद्देश्य सभी 46.48 लाख घरेलू उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाना है.
स्मार्ट प्रीपेड मीटर के फायदे
सटीक रीडिंग: यह मीटर बिजली खपत की सटीक रीडिंग के लिए जाना जाता है.
पूर्व भुगतान का विकल्प: उपभोक्ता अपनी अनुमानित खपत के अनुसार रीचार्ज करा सकते हैं.
ऑनलाइन निगरानी: उपभोक्ता जेबीवीएनएल की वेबसाइट या मोबाइल ऐप से अपनी खपत, लोड और बैलेंस की लाइव जानकारी देख सकते हैं.
बिजली बंद करने की सुविधा: बाहर जाने पर उपभोक्ता वेबसाइट पर जानकारी देकर बिजली आपूर्ति बंद करा सकते हैं.
घाटा कम करने की दिशा में कदम
जेबीवीएनएल का एंटीएंडसी लॉस वर्तमान में 25-30% है. इसे कम करने के लिए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं.
स्मार्ट मीटर से ऑनलाइन मॉनिटरिंग जेबीवीएनएल मुख्यालय से होगी.
मीटर की ऑनलाइन रीडिंग कर उपभोक्ताओं को उनके व्हाट्सऐप पर बिल भेजा जाएगा.
उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर को मीटर से जोड़ा जा रहा है. इससे मीटर रीडर रखने की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी.
निगम का खर्च घटेगा और घाटा कम होगा.
झारखंड के जिलों में मीटर लगाने की योजना
राज्य के प्रमुख जिलों में मीटर लगाने की योजना इस प्रकार है:
जिला स्मार्ट मीटर की संख्या
बोकारो – 1,06,611
चतरा – 16,899
देवघर – 87,326
धनबाद – 40,393
दुमका – 18,152
पूर्वी सिंहभूम – 1,95,621
गढ़वा – 89,041
गिरिडीह – 77,114
गोड्डा – 33,546
गुमला – 36,899
हजारीबाग – 93,230
जामताड़ा – 70,177
खूंटी – 15,819
कोडरमा – 48,290
लातेहार – 20,561
लोहरदगा – 14,826
पाकुड़ – 25,759
पलामू – 63,558
रामगढ़ – 72,945
रांची – 40,457
साहिबगंज – 56,831
सरायकेला – 58,041
सिमडेगा – 13,336
पश्चिमी सिंहभूम – 45,874
क्या बदलेगा स्मार्ट मीटर से?
स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता न केवल अपनी बिजली खपत का प्रबंधन कर सकेंगे बल्कि निगम को भी अपने घाटे को कम करने में मदद मिलेगी. झारखंड में यह परियोजना न केवल तकनीकी उन्नति का प्रतीक है, बल्कि एक नई ऊर्जा क्रांति का सूत्रपात भी करेगी.
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