उदित वाणी, झारखंड: सरहुल पर्व की धूम के बीच राजधानी रांची के बिरसा मुंडा संग्रहालय में पर्यटन विभाग की ओर से ‘सरहुल खेले चल’ महोत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में झारखंड की समृद्ध कला और संस्कृति की झलक देखने को मिली।
महोत्सव का उद्घाटन पर्यटन विभाग की निदेशक अंजली यादव ने किया। उन्होंने कहा कि झारखंड की पारंपरिक विरासत और सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
आदिवासी लोक नृत्य और सांस्कृतिक उत्सव
महोत्सव के दौरान आदिवासी युवक-युवतियों ने मांदर की थाप पर पारंपरिक लोक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पूरे आयोजन स्थल पर सरहुल की उल्लासपूर्ण छटा देखने को मिली।
सम्मान समारोह और झारखंडी व्यंजनों का आनंद
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया। इसके अलावा, महोत्सव में झारखंडी संस्कृति से जुड़े विभिन्न स्टॉल लगाए गए, जिनमें स्थानीय उद्योगों और पारंपरिक व्यंजनों की विशेष प्रदर्शनी रही। झारखंडी पकवानों का स्वाद लेने के लिए लोग उत्साहित दिखे।
सरहुल महोत्सव के इस आयोजन ने झारखंड की लोकसंस्कृति को जीवंत किया और लोगों को पारंपरिक धरोहर से जोड़ने का प्रयास किया।
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