उदितवाणी, कांड्रा: सरायकेला जिले को अवैध अफीम की खेती से मुक्त करने के लिए जिला पुलिस कप्तान मुकेश कुमार लुणायल हर संभव प्रयास कर रहे हैं. इस अभियान के तहत जागरूकता फैलाने के साथ-साथ सख्ती भी बरती जा रही है. एसपी मुकेश कुमार लुणायल और उनकी टीम पूरी तरह से इस महत्वपूर्ण कार्य में जुटे हुए हैं.
जागरूकता अभियान के तहत चॉकलेट वितरण
बुधवार को एसपी के निर्देश पर अफीम की खेती से प्रभावित क्षेत्रों – चौका, खरसावां और कुचाई में विशेष जागरूकता अभियान चलाया गया. इस अभियान के तहत बच्चों और आम लोगों को अफीम की खेती के दुष्प्रभावों और इसके कानूनी पहलुओं के बारे में जानकारी दी गई. रैपर लगाए हुए चॉकलेट वितरित किए गए, जिन पर अफीम की खेती से संबंधित जानकारियां थीं.
जागरूकता अभियान का नेतृत्व
चौका थाना क्षेत्र के घाट दुलमी बाजार में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी चांडिल के नेतृत्व में जागरूकता अभियान चलाया गया. इसी प्रकार, खरसावां थाना प्रभारी के नेतृत्व में वर्गीपुर गांव में भी जागरूकता अभियान आयोजित किया गया और चॉकलेट वितरित किए गए. कुचाई थाना क्षेत्र में सेरेंगदा गांव में भी इसी तरह का अभियान चलाया गया.
किसानों से अपील और चेतावनी
एसपी मुकेश कुमार लुणायल ने अफीम की खेती से जुड़े किसानों से अपील की कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में हो रही अवैध अफीम की खेती को जल्द से जल्द नष्ट करें. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अब ऐसे किसानों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी, जो अवैध अफीम की खेती के व्यापार में संलिप्त हैं.
सरायकेला जिले में अफीम खेती का उन्मूलन
राज्य पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को 15 फरवरी तक अवैध अफीम की खेती से मुक्त कराने का आदेश दिया है. सरायकेला जिले में पुलिस की सक्रियता और ग्रामीणों की जागरूकता से अब तक लगभग 85 प्रतिशत क्षेत्र में हो रही अवैध अफीम की खेती नष्ट की जा चुकी है. एसपी ने विश्वास जताया कि निर्धारित समय सीमा के भीतर जिले को पूरी तरह से अफीम की खेती से मुक्त कर लिया जाएगा.
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