उदित वाणी, कांड्रा: सरायकेला-खरसावां जिले में अवैध अफीम की खेती के खिलाफ पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए 19 एकड़ में लगी फसल नष्ट कर दी. पुलिस अधीक्षक (एसपी) मुकेश कुमार लुणायत के नेतृत्व में शनिवार को विभिन्न थाना क्षेत्रों में इस विशेष अभियान को अंजाम दिया गया. इस दौरान तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
पिछले एक फसल चक्र में अब तक कुल 498 एकड़ में फैली अवैध अफीम की खेती को नष्ट किया जा चुका है. पुलिस की सख्ती का नतीजा यह भी रहा कि कई ग्रामीणों ने खुद आगे आकर अपनी जमीन पर उगाई गई अवैध फसल को नष्ट किया.
ड्रोन से निगरानी, पुलिस ने बढ़ाई सख्ती
एसपी मुकेश कुमार लुणायत ने इस पूरे अभियान की निगरानी की. उन्होंने खरसावां, कुचाई और दलभंगा ओपी क्षेत्र में ड्रोन कैमरे से अवैध खेती का निरीक्षण किया. ड्रोन के जरिए खेतों का सटीक लोकेशन पता लगाकर पुलिस टीमों को भेजा गया, जिससे कार्रवाई प्रभावी रही.
किन इलाकों में हुई कार्रवाई?
कुचाई थाना क्षेत्र: जोडासारजोम में 3 एकड़ अफीम की फसल नष्ट की गई और एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया.
ईचागढ़ थाना क्षेत्र: सालुकडीह गांव में 1 एकड़ अफीम की खेती को खत्म किया गया.
दलभंगा ओपी क्षेत्र: सियाडी टोला के नावाडीह में 10 एकड़ में फैली अफीम की खेती को नष्ट कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
बांधडीह गांव: पुलिस के जागरूकता अभियान का असर दिखा और ग्रामीणों ने खुद आगे आकर 5 एकड़ में फैली अवैध अफीम की फसल को नष्ट कर दिया.
जिले को अफीम मुक्त बनाने का लक्ष्य
झारखंड पुलिस महानिदेशक के निर्देशानुसार 15 फरवरी तक राज्य को अवैध अफीम की खेती से मुक्त करना है. सरायकेला-खरसावां जिले में करीब 5.50 एकड़ जमीन पर अब भी अवैध खेती होने का अनुमान है. एसपी लुणायत ने भरोसा दिलाया कि तय समय सीमा से पहले जिले को पूरी तरह अफीम मुक्त कर दिया जाएगा.
उन्होंने ग्रामीणों से अवैध खेती को तुरंत खत्म करने की अपील की है और चेतावनी दी है कि अगर कोई अवैध अफीम की खेती में लिप्त पाया गया, तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने थाना प्रभारियों को भी निर्देश दिया कि अगर उनके क्षेत्र में दोबारा अफीम की खेती पाई गई, तो उनके खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जाएंगे.
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