उदित वाणी, चांडिल: कपाली के केंदडीह में आयोजित दो दिवसीय श्री हरिनाम संकीर्तन महोत्सव का रविवार को धुलट और राखाल भोग वितरण के साथ भव्य समापन हुआ. इस अवसर पर भक्तों ने एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर धुलट रश्म को पूरा किया. यह रश्म श्री हरि की भक्ति में रंगने और एकता की भावना को प्रकट करने का प्रतीक माना जाता है.
श्री हरि कीर्तन का आयोजन
इस दो दिवसीय महोत्सव की शुरुआत गुरुवार को गंध दिवस के साथ हुई थी. सार्वजनिक श्री श्री हरि कीर्तन समिति केंदडीह के अध्यक्ष राजीव कुमार महतो ने बताया कि यह अखंड हरिनाम संकीर्तन लगातार दो दिनों तक चला. कीर्तन में कपाली, केंदडीह और डांगरडीह के ग्रामीणों ने श्री हरि मंदिर पहुंचकर कीर्तन का श्रवण किया. इस दौरान कीर्तन मंडली ने पूरी श्रद्धा के साथ कीर्तन किया और भक्तजनों को संकीर्तन से जोड़े रखा.
कई संप्रदायों ने लिया भाग
केंदडीह के श्री हरिनाम संकीर्तन महायज्ञ में कुल 6 टीमों ने भाग लिया, जिनमें से दो महिला संप्रदाय भी शामिल थे. यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक था, बल्कि एकता और सामूहिक भक्ति की मिसाल भी प्रस्तुत करता है.
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