रांची: रक्षा राज्य मंत्री सह रांची के सांसद संजय सेठ ने नई दिल्ली में आयोजित सनातन संस्कृति जागरण महोत्सव के स्वर्ण जयंती वर्ष के अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा के वंशजों का सार्वजनिक रूप से सम्मान किया. उन्होंने समारोह के दौरान उनके पांव पखारे और सहभोज में सम्मिलित होकर सामूहिक सद्भाव का संदेश दिया.
सांस्कृतिक श्रद्धांजलि के रूप में आदिवासी गौरव का सम्मान
कार्यक्रम में संजय सेठ ने कहा कि जनजातीय समाज भारत की सांस्कृतिक आत्मा हैं. भगवान बिरसा मुंडा जैसे महानायक ने जो आदर्श प्रस्तुत किए, वे आज भी हमें राष्ट्र और समाज के प्रति कर्तव्य-बोध की प्रेरणा देते हैं. उनके वंशजों का सम्मान करना, उस विरासत के प्रति हमारी कृतज्ञता का प्रतीक है.
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आदिवासी विकास का दावा
सेठ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार जनजातीय समाज को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रही है. उन्होंने दावा किया कि बीते वर्षों में आदिवासी समाज के कल्याण हेतु अनेक योजनाएं शुरू की गई हैं, जिनका सकारात्मक प्रभाव जमीन पर दिखने लगा है.
सहभोज और सामाजिक संवाद का आयोजन
इस अवसर पर बिरसा मुंडा के वंशजों के साथ एक विशेष सहभोज का आयोजन किया गया, जिसमें मंत्री संजय सेठ ने सहभागी बनकर पारंपरिक आदिवासी व्यंजनों का स्वाद भी चखा. यह आयोजन केवल सम्मान का नहीं, बल्कि सरकार और समाज के बीच संवाद की एक सांस्कृतिक कड़ी के रूप में देखा गया.
केंद्रीय जनजातीय मंत्री जुएल ओराम भी रहे उपस्थित
इस विशेष समारोह में केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे. उन्होंने भी बिरसा मुंडा की परंपरा को आदिवासी स्वाभिमान का प्रतीक बताया और सरकार की योजनाओं की चर्चा की.
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