रांची: झारखंड और बिहार के विभिन्न जिलों में भूमि घोटाले के मामलों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री और सांसद संजय सेठ ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ईडी और अन्य जांच एजेंसियां पुख्ता सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई करती हैं, और भ्रष्टाचारियों को किसी भी सूरत में छूट नहीं दी जाएगी.
भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी
संजय सेठ ने स्पष्ट रूप से कहा कि जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पुख्ता जानकारी मिलती है, तब ही कार्रवाई की जाती है. उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति जमीन की लूट करता है, खनिजों की लूट करता है या सेना की जमीन पर अतिक्रमण करता है, तो उस पर कार्रवाई होगी. उनके अनुसार, भ्रष्टाचार, संपत्ति की लूट और जमीनों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ जांच एजेंसियां हमेशा सक्रिय रहेंगी.
उन्होंने यह भी कहा कि जब एजेंसियां कार्रवाई करती हैं तो कुछ लोग इसे लेकर सवाल उठाते हैं, लेकिन यह पूछा कि क्या भ्रष्टाचारियों को कोई छूट दी जाए? क्या देश के संसाधनों की लूट और हड़पने को मंजूरी दी जाए? उन्होंने कहा कि ऐसा कभी नहीं हो सकता और इसलिए ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी एजेंसियां लगातार कार्रवाई करती हैं.
पूर्व मंत्री की प्रतिक्रिया
इससे पहले, भाजपा के पूर्व मंत्री और विधायक सीपी सिंह ने भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी पर टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा कि जब ईडी को कोई सुराग या जानकारी मिलती है, तो वह छापेमारी करती है, संपत्ति जब्त करती है और दोषियों को जेल भेजने का काम करती है. उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के विरोधी दल हमेशा इस पर सवाल उठाते हैं, चाहे कितनी भी कार्रवाइयां की जाएं.
ईडी की छापेमारी के प्रमुख तथ्य
ईडी ने रांची, बोकारो, रामगढ़ सहित झारखंड और बिहार के कुल 16 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है. यह कार्रवाई 103 एकड़ संरक्षित वन भूमि की अवैध खरीद-फरोख्त और धोखाधड़ी से अधिग्रहण करने के मामले में की जा रही है. आरोप है कि जमीन की खरीद में फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया और सरकारी नियमों की अनदेखी की गई.
(IANS)
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