
उदित वाणी, रांची : सिरमटोली-मेकन र्फ्लाइओवर रैंप विवाद मामले में सरना स्थल बचाव समिति द्वारा रैंप को हटाने समेत अन्य मांगों को लेकर 4 जून को झारखंड बंद का आहवान किया गया है. विभिन्न आदिवासी संगठन ने संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन कर इसकी घोषणा की गई है. सोमवार को नगरा टोली में आयोजित एक बैठक में विभिन्न सरना संगठनों ने बंद को सफल बनाने की रणनीति पर चर्चा की गई. इसके बाद जानकारी दी गई कि मंगलवार को रैंप के विरोध में मशाल जुलूस निकाला जायेगा और बुधवार को राज्यव्यापी बंद किया जायेगा. आदिवासी पार्टी के केन्द्रीय अध्यक्ष प्रेमशाही मुंडा ने कहा कि सरना स्थल के सामने बनाए गए र्फ्लाइओवर रैंप को हटाने की मांग लंबे समय से की जा रही है. लेकिन सरकार इस पर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठा रही है.
ऐसे में अब जनदबाव की रणनीति अपनाई जा रही है. वहीं उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार द्वारा शराब नीति लाकर गांव-गांव, शहर-शहर मनमाने तरीके से शराब की खरीद-बिक्री करने का निर्णय लिया गया है. देव कुमार धान ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक ओर सरकार सरना कोड लागू करने की बात करती है. वहीं दूसरी ओर केंद्रीय सरना स्थल के सम्मान से जुड़े मुद्दों पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि रैंप नहीं हटाया गया तो आंदोलन को और तेज किया जायेगा. इधर फलाईओवर बनकर पूरी तरह तैयार हो गया है. सभी तरह की टेस्टिंग में भी फलाईओवर को फिट करार दिया गया. इसके बाद यह फलाईओवर अब उध्दघाटन स्टेज पर है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की हरी झंडी मिलते ही फलाईओवर के उध्दघाटन की तिथि तय कर दी जायेगी.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।