उदित वाणी, जमशेदपुर: पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इन दोनों के पास से 1 एक नली देशी राइफल, 8 एमएम के 2 कारतूस, 7.65 एमएम के 9 कारतूस, 2 मोबाइल फोन और 4 पीएलएफआई के पर्चे बरामद हुए हैं. गिरफ्तार किए गए सदस्यों के नाम विकास गोप (28) और निमेश गोप (21) हैं, दोनों कर्रा थाना क्षेत्र के रोन्हे गांव के निवासी हैं.
गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी
यह कार्रवाई खूंटी के एसपी को मिली एक गुप्त सूचना के आधार पर की गई. सूचना मिली थी कि कर्रा थाना के रोन्हे जंगल में पीएलएफआई के कुछ सदस्य किसी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे. इसके बाद एसपी ने तोरपा के एसडीपीओ खिस्तोफर केरकेट्टा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया और छापेमारी की.
होटवार जेल में बंद उग्रवादियों का हाथ
छापेमारी के दौरान पुलिस को पीएलएफआई के दो सदस्य पकड़े गए. इन्होंने बताया कि होटवार जेल में बंद शिवकुमार साहू उर्फ चरकू और अन्य पीएलएफआई के सदस्य रांची और खूंटी क्षेत्र में फायरिंग की घटनाओं को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार थे.
विकास गोप पर कई केस दर्ज
विकास गोप के खिलाफ कर्रा थाने में पहले भी दो मामले दर्ज हो चुके हैं. एक मामला 2018 में और दूसरा 2021 में दर्ज किया गया था. उन पर आर्म्स एक्ट और सीएलए एक्ट के तहत गंभीर धाराएं लगाई गई हैं.
छापेमारी में शामिल पुलिस अधिकारी
इस सफल ऑपरेशन में एसडीपीओ खिस्तोफर केरकेट्टा के नेतृत्व में 7 पुलिस अधिकारी और कर्रा थाना के सशस्त्र बल के जवान शामिल थे. टीम में तोरपा अंचल के पुलिस निरीक्षक अशोक कुमार सिंह, कर्रा थाना प्रभारी मनीष कुमार, रनिया थाना प्रभारी विकास कुमार जायसवाल, जरियागढ़ थाना प्रभारी राजू कुमार, कर्रा थाना के एसआई दीपक कांत कुमार, रनिया थाना के अनिश बारला और तालकेश्वर यादव शामिल थे.
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