उदित वाणी, रांची : पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में 2.71 करोड़ रूपये की फर्जी निकासी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी द्वारा अबतक 22 करोड़ 93 लाख 42 हजार 947 रुपये की फर्जी निकासी का खुलासा किया गया है. ईडी द्वारा इस मामले में पूर्व में आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी और उनका बयान भी लिया था. मामले में आरोपी जूनियर इंजीनियर सुरेश कुमार महतो के यहां से ईडी को 2 लाख 5 हजार रुपये नगद मिले थे.
जूनियर इंजीनियर सुरेश कुमार महतो ने पूछताछ में ईडी को बताया कि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के टेंडर में ठेकेदारों को कार्य आवंटन का 3.75 प्रतिशत राशि कमीशन के रूप में देना पड़ता था. जिसमें मंत्री का कमीशन 2.25 प्रतिशत, सचिव का 0.50 प्रतिशत, अभियंता प्रमुख का 0.50 प्रतिशत, जूनियर इंजीनियर का 0.02 प्रतिशत व अन्य का 0.75 प्रतिशत कमीशन बंधा हुआ था जूनियर इंजीनियर सुरेश कुमार महतो ने अपने बयान में तत्कालीन सचिव प्रशांत कुमार, पूर्व सचिव राजेश कुमार शर्मा, मनीष रंजन और मस्तराम मीणा तक कमीशन की राशि पहुंचने की बात कही है.
सुरेश ने ईडी को यह भी बताया कि तत्कालीन विभागीय मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर को उनके निजी सचिव हरेंद्र सिंह के माध्यम से कमीशन के रूप में कुल कार्यावंटन का 2.25 प्रतिशत राशि पहुंचती थी. उन्होंने यह भी बताया है कि जो ठेकेदार कमीशन देने में आनाकानी करते थे. उनका कार्य आवंटन रद्य कर दिया जाता था. लिहाजा ईडी द्वारा सुरेश कुमार के इस बयान का सत्यापन किया जा रहा है.
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