रांची : रांची के कांटाटोली चौक स्थित एक मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स में रविवार सुबह अचानक भीषण आग लग गई. हादसे में दम घुटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि आग और धुएं के बीच फंसे करीब 10 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया. दो लोग मामूली रूप से जख्मी हुए हैं. दमकल की टीम ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया.
आग लगने की आशंका और घटना का क्रम
स्थानीय लोगों ने सुबह कॉम्प्लेक्स में स्थित एक बंद कपड़े की दुकान से आग की लपटें उठती देखीं. प्राथमिक जांच में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की संभावना जताई गई है. उस समय अधिकांश दुकानें बंद थीं, लेकिन आग बुझाने के प्रयास शुरू होने से पहले ही पूरा इलाका घने धुएं से भर गया था. यह कॉम्प्लेक्स और ऊपर का आवासीय हिस्सा मोहम्मद ऐनुल आलम और उनके परिवार का था. आग लगने पर परिवार के सदस्य अंदर फंस गए थे. स्थानीय लोगों की तत्परता से महिलाओं और बच्चों सहित लगभग सभी को बाहर सुरक्षित निकाल लिया गया.
धुएं में फंसे कॉम्प्लेक्स मालिक की दर्दनाक मौत
मोहम्मद ऐनुल आलम परिवार के अन्य सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकालने के बाद फिर से यह सुनिश्चित करने के लिए भीतर गए कि कहीं कोई फंसा तो नहीं रह गया है. इसी दौरान वे घने धुएं के बीच बेहोश हो गए. उन्हें बाहर निकालकर तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. आग की इस घटना में लाखों रुपये की संपत्ति के नुकसान का भी अनुमान है.
झारखंड में आग की घटनाएं बढ़ीं, 50 दिनों में 12 मौतें
पिछले 50 दिनों में झारखंड में आग लगने की चार बड़ी घटनाओं में 12 लोगों की जान जा चुकी है.
• 21 अप्रैल को गिरिडीह के पचंबा में कपड़े की दुकान में लगी आग से मां-बेटी की मौत हुई थी.
• 17 मार्च को पश्चिमी सिंहभूम के गीतिलिपि गांव में घर में लगी आग से चार बच्चों की जान चली गई थी.
• 10 मार्च को गढ़वा जिले के गोदारमाना बाजार में पटाखा दुकान में लगी आग में तीन बच्चों सहित पांच लोगों की मौत हुई थी.
झारखंड में लगातार हो रही इन घटनाओं ने अग्नि सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
(IANS)
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