उदित वाणी, रांची: राजधानी रांची में गुरुवार देर रात एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब शहीद चौक के समीप स्थित बीएसएनएल कार्यालय परिसर में अचानक आग भड़क उठी. घटना के समय आसपास के क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई, लेकिन दमकल विभाग और बीएसएनएल की फायर फाइटिंग टीम की मुस्तैदी से समय रहते आग पर काबू पा लिया गया.
कोतवाली थाना क्षेत्र की घटना, गलियारे में फैली आग
जानकारी के अनुसार, बीएसएनएल ग्राहक सेवा केंद्र से सटे एक गलियारे में आग लगी, जहां पुराने तार और कबाड़ जैसे सामान रखे गए थे. आग की लपटें कुछ देर तक तेज़ी से फैलीं, जिससे लोगों में घबराहट फैल गई. कोतवाली थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें घटनास्थल पर त्वरित पहुंचीं और कार्रवाई कर आग बुझा दी. कोतवाली थाना प्रभारी आदिकांत महतो ने बताया कि “आग को समय रहते काबू में कर लिया गया, जिससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है.” उन्होंने यह भी कहा कि पूरे परिसर की जांच कर सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है.
बारात के पटाखों की चिंगारी से सुलगी आग
घटना के पीछे बारात के दौरान जलाए गए पटाखों की चिंगारी को कारण बताया जा रहा है. एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, चिंगारी बीएसएनएल परिसर में गिरी और वहां पड़ी सूखी पत्तियों में आग पकड़ ली, जो धीरे-धीरे फैलती चली गई. कुछ ही मिनटों में आग पास रखे तारों और बेकार सामग्री तक पहुंच गई, जिससे लपटें काफी ऊंचाई तक उठीं. हालांकि फायर ब्रिगेड की तत्परता से आग न तो महाप्रबंधक कार्यालय तक पहुंच सकी और न ही पास के मुख्य डाकघर (जीपीओ) भवन को कोई नुकसान हुआ.
स्थानीय लोगों ने ली राहत की सांस
घटना की सूचना मिलते ही आसपास के निवासी और राहगीर घटनास्थल पर जमा हो गए. आग पर नियंत्रण के बाद लोगों ने राहत की सांस ली. बीएसएनएल कार्यालय के अधिकारियों ने घटना की जांच और भविष्य में ऐसे हादसों से बचाव के उपायों पर चर्चा की है.
सवाल भी उठे: पटाखों पर नियंत्रण क्यों नहीं?
घटना के बाद शहर में बारातों के दौरान सुरक्षा मानकों पर सवाल उठने लगे हैं. खुले में पटाखे चलाना न केवल प्रदूषण बल्कि सुरक्षा के लिए भी खतरा बनता जा रहा है. स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से अपील की है कि बारात या सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान पटाखों के उपयोग पर निगरानी रखी जाए ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके.
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