the_ad id="18180"]
उदित वाणी , जमशेदपुर: नई शिक्षा नीति लागू करने को लेकर उच्च शिक्षा संस्थानों में तैयारियों का दौर चल रहा है. अगले सत्र से इस नीति को लागू किया जाना है, सो इसे लेकर वर्तमान में जो भी शंकाएं हैं, उन्हें दूर किया जा रहा है. इसी कड़ी में रंभा कॉलेज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के तत्वाधान में नई शिक्षा नीति 2020 : रणनीति और अवसर विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया. शनिवार को इसका समापन समारोह आयोजित किया गया. इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर कोल्हान विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी डॉ. पीके पाणी उपस्थित थे. उन्होंने इस सेमिनार में नई शिक्षा नीति से प्रबल होने वाली संभावनाओं पर प्रकाश डाला. इन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में छात्रों के लिए विकल्पों की भरमार है और इस कारण उनके लिए भविष्य में अवसर ही अवसर उपलब्ध होंगे. इस अवसर पर उनके साथ बतौर अतिथि जमशेदपुर को-आपरेटिव कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर अमर सिंह और लाल बहादुर शास्त्री मेमोरियल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ अशोक कुमार झा भी उपस्थित थे. वहीं पटना सेंट जेवियर कॉलेज के डॉ विक्रमजीत सिंह और पुरी के शिक्षा शास्त्री विहार कॉलेज से डॉ जोगेश्वर मोहन्ता भी सेमिनार में उपस्थित थे.
सेमिनार में स्वागत भाषण कॉलेज के चेयरमैन राम बचन ने दिया। एलबीएसएम कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ अशोक कुमार झा ने कहा कि मातृभाषा में शिक्षा देने के लिए शिक्षकों को भी अपनी क्षमता बढ़ानी होगी. हमें नयी शिक्षा नीति 2020 के सिर्फ सैद्धांतिक पक्ष की बात न कर उसके व्यावहारिक पक्ष पर भी ध्यान देना है. को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ अमर सिंह ने झारखंड की उच्च शिक्षा के संदर्भ में सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग की दशा और दिशा पर विचार व्यक्त किया. समारोह में कोल्हान विश्वविद्यालय के एमएड विभाग की विभागाध्यक्षा डॉ सुचित्रा बेहरा, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मनोज कुमार, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ पारितोष मांझी ने भी अपने व्याख्यान दिए.
इससे पहले टेक्निकल सत्र में कुल 18 पेपर का प्रजेंटेशन किया गया. इसमें चेयर और को चेयर की भूमिका में डॉ. मनोज कुमार और डॉ. सुचित्रा बेहरा उपस्थित थे. प्रो. पारितोष मांझी, शोधार्थी मानस रंजन पात्रा, प्रो. संजीव कुमार तिवारी, प्रो. जयश्री पांडा, प्रो. गंगा भोला और बीएड के विद्यार्थियों ने पेपर प्रेजेंटेशन किया.
संचालन रंभा कॉलेज की प्रो. सुमन लता और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. गंगा भोला ने दिया. कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रबंधन समिति के सचिव गौरव बचन, विवेक बचन, राष्ट्रीय संगोष्ठी की ओर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ कल्याणी कबीर, प्राचार्य डॉ संतोष कुमार, प्रो. सुमनलता, प्रो. जयश्री पांडा, प्रो. गंगा, प्रो. अमृता, प्रो. बबीता, प्रो. रश्मि, प्रो. सतीश, प्रो. दिनेश, प्रो. भूपेश, प्रो. मंजू कुमारी, प्रो. मंजू गागराई, प्रो. रेखा तिवारी, प्रो. सूरज, अनीशा, सिद्धार्थ चटर्जी, कमलकांत की मुख्य भूमिका रही.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।
Advertisement
<