उदित वाणी, नई दिल्ली: पंचायती राज मंत्रालय द्वारा एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. यह कार्यशाला 4 मार्च 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित होगी, जिसमें “सशक्त पंचायत – नेत्री अभियान” की शुरुआत की जाएगी. इस कार्यक्रम में केंद्रीय पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, केंद्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल और केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे सहित कई अन्य प्रमुख हस्तियां उपस्थित रहेंगी.
महिला प्रतिनिधियों के लिए क्षमता निर्माण का अवसर
“सशक्त पंचायत – नेत्री अभियान” का मुख्य उद्देश्य पूरे देश में पंचायती राज संस्थाओं की महिला निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए क्षमता निर्माण को सशक्त बनाना है. यह पहल महिला नेताओं की नेतृत्व क्षमता, निर्णय लेने की क्षमताओं को बढ़ाने और जमीनी स्तर पर शासन में उनकी भूमिका को मजबूत करने पर केंद्रित है. पंचायती राज मंत्रालय ने इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए एक रणनीति तैयार की है, जो महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करती है.
राष्ट्रीय मंच पर महिला पंचायत नेताओं का समागम
यह ऐतिहासिक कार्यशाला अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से पहले आयोजित की जा रही है. पहली बार, पंचायती राज संस्थाओं के सभी तीन स्तरों से महिला प्रतिनिधि एक राष्ट्रीय मंच पर एकत्रित होंगी. इस कार्यक्रम में 1,200 से अधिक महिला पंचायत नेताओं के भाग लेने की संभावना है. इस कार्यशाला की विशेषता यह है कि इसमें उन महिला नेताओं का सम्मान किया जाएगा, जिन्होंने ग्रामीण स्वशासन में उल्लेखनीय कार्य किया है.
महिला प्रतिनिधियों के लिए विशिष्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम
इस कार्यशाला में महिला निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए विशिष्ट प्रशिक्षण मॉड्यूल का शुभारंभ किया जाएगा. इसमें लिंग आधारित हिंसा और हानिकारक प्रथाओं से निपटने के लिए कानूनों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही, स्थानीय शासन में महिलाओं की भूमिका, नेतृत्व और उनके प्रभाव पर भी चर्चा की जाएगी.
महिला नेतृत्व और सामाजिक बदलाव
कार्यशाला में स्थानीय शासन में महिलाओं की भागीदारी और नेतृत्व पर पैनल चर्चाएं होंगी. इन चर्चाओं में बताया जाएगा कि कैसे महिला नेतृत्व ग्रामीण शासन व्यवस्थाओं को नया रूप दे रहा है और महिला नेतृत्व से जुड़े क्षेत्रों जैसे स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, सुरक्षा, और डिजिटल परिवर्तन में क्या बदलाव आए हैं. इन चर्चाओं की अध्यक्षता देबाश्री मुखर्जी और अलका उपाध्याय जैसी वरिष्ठ अधिकारी करेंगी.
समाज में महिलाओं की भूमिका पर सांस्कृतिक कार्यक्रम
यूएनएफपीए द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में महिलाओं की उपलब्धियों को दर्शाया जाएगा. यह कार्यक्रम समाज में महिलाओं के योगदान को एक नया आयाम देने का प्रयास करेगा.
प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण से जुड़ी पहल
यह राष्ट्रीय कार्यशाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जैसा कि उन्होंने अपने ‘मन की बात’ के 119वें एपिसोड में राष्ट्र निर्माण में ‘नारी शक्ति’ की भूमिका पर जोर दिया था. यह पहल ग्राम पंचायतों को सुरक्षित, समावेशी और सामाजिक रूप से न्यायसंगत बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.
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