उदित वाणी, झारखंड: झारखंड के गिरिडीह जिले के पचंबा इलाके में सोमवार दोपहर एक कपड़े की दुकान में भीषण आग लग गई, जिससे पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई. “खुशी मार्ट” नामक यह दुकान मारवाड़ी मोहल्ले में एक तीन मंजिली इमारत में स्थित है. हादसे में एक महिला और एक बच्ची आग की लपटों के बीच फंस गई हैं, जिन्हें बाहर निकालने का प्रयास जारी है. आग में दुकान पूरी तरह जलकर राख हो गई है और लाखों रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है.
दोपहर तीन बजे उठीं लपटें, धुएं से मचा हड़कंप
जानकारी के अनुसार, सोमवार दोपहर करीब तीन बजे अचानक दुकान से आग की लपटें उठने लगीं. इमारत के ऊपरी दो मंजिलों पर दुकान मालिक दिनेश डालमिया अपने परिवार के साथ रहते हैं. जब धुआं ऊपरी मंजिल तक पहुंचा, तब परिवार के लोगों को आग की जानकारी हुई. उनकी चीख-पुकार सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया.
चार लोग सुरक्षित, महिला और बच्ची अब भी फंसी
घर में मौजूद छह लोगों में से चार को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. हालांकि एक महिला और एक बच्ची अब भी अंदर फंसी हुई हैं. दमकल विभाग की टीमें उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश में जुटी हैं.
दमकल की कई गाड़ियां तैनात, आग पर नहीं पाया गया नियंत्रण
घटना की सूचना मिलते ही पचंबा थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंच गईं. आग इतनी भयावह है कि बुझाने के लिए दमकल की कई गाड़ियों को लगाया गया है. हादसे के पांच घंटे बाद भी आग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है. दुकान के साथ-साथ ऊपर के तल पर स्थित घर के कीमती सामान भी जलकर नष्ट हो गए हैं.
प्रशासनिक अधिकारी मौके पर, इलाके में बैरिकेडिंग
घटनास्थल पर डीएसपी कौसर अली, सदर एसडीएम यशवंत श्रीकांत वीसूपते और थाना प्रभारी राजीव कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद हैं. राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है. इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और लोगों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने की अपील की गई है.
झारखंड में 40 दिनों में आग की दूसरी बड़ी घटना
गौरतलब है कि पिछले 40 दिनों में झारखंड में आग की दो बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें अब तक नौ लोगों की जान जा चुकी है. 10 मार्च को गढ़वा जिले के गोदारमाना बाजार में पटाखा दुकान में लगी आग में तीन बच्चों सहित पांच लोगों की मौत हुई थी. 17 मार्च को पश्चिमी सिंहभूम के गीतिलिपि गांव में एक घर में लगी आग से चार बच्चों की जान चली गई थी. गिरिडीह की यह ताजा घटना फिर से अग्निसुरक्षा के इंतजामों पर सवाल खड़े करती है.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।