उदित वाणी, जमशेदपुर: बुधवार को आत्मा कार्यालय के सभागार में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया. एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र रांची और आत्मा सरायकेला के सहयोग से जिले के प्रगतिशील किसान और प्रखंड स्तरीय कृषक कर्मियों के लिए राष्ट्रीय कीट निगरानी प्रणाली (NPSS) पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ. कार्यक्रम का उद्घाटन आत्मा के उप परियोजना निदेशक विजय कुमार सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया.
फसल प्रबंधन और कीटनाशकों के उपयोग पर विस्तृत चर्चा
सीआईपीएमसी रांची के केंद्र प्रमुख और वनस्पति संरक्षण अधिकारी अशोक कुमार एचपी ने जिले के किसानों से उनकी फसलों में लगने वाले रोग और उनसे बचाव के उपायों पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने विभिन्न आईपीएम तकनीकों, कीटनाशकों के स्तर और सुरक्षित कीटनाशक छिड़काव के तरीके पर जानकारी दी.
एनपीएसएस ऐप का महत्व और उपयोग
तकनीकी सहायक नीतीश कुमार सुमन और पूर्णेन्द्र मिश्र ने किसानों को मित्र कीट, बीजोपचार और कीट प्रपंच के बारे में बताया. उन्होंने विशेष रूप से एनपीएसएस ऐप के उपयोगिता पर चर्चा की और किसानों को ऐप डाउनलोड कर इसका प्रायोगिक उपयोग करने की सलाह दी. बताया गया कि इस ऐप के माध्यम से किसान अपनी फसलों में लगने वाले कीट व्याधियों की पहचान कर सकते हैं और ऐप में दी गई सलाह के अनुसार उनका प्रबंधन कर सकते हैं.
कार्यक्रम का समापन और किसानों की उत्साही भागीदारी
इस कार्यक्रम में आत्मा कार्यालय सरायकेला के सदस्य, जिले के प्रखंड स्तरीय कृषक कर्मी और प्रगतिशील किसान शामिल हुए. सभी ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को लाभकारी बताया और भविष्य में इसे और अधिक विस्तार से चलाने की आवश्यकता पर जोर दिया. किसानों के लिए यह कार्यक्रम एक नई दिशा की ओर कदम बढ़ाने जैसा था, जिससे उन्हें अपनी खेती में नवीनतम तकनीकों को अपनाने में मदद मिलेगी.
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