- वास्तुदोष की आशंका को लेकर सीएम आवास में शिफट होने के लिए कतराते रहे हैं मुख्यमंत्री
उदित वाणी, रांची: राज्य में अत्याधुनिक सुविधायुक्त नये मुख्यमंत्री आवास का भी निर्माण किया जायेगा. मुख्यमंत्री के लिए उक्त नया आवास कांके रोड स्थित वर्तमान मुख्यमंत्री आवास को तोड़कर बनाया जायेगा. भवन निर्माण विभाग प्रमंडल-1 द्वारा इसकी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है और वर्तमान मुख्यमंत्री आवास को ध्वस्त करना भी शुरू कर दिया गया है. गौरतलब है कि 21 फरवरी को स्मार्ट सिटी में सभी 11 मंत्रियों को भवन निर्माण विभाग द्वारा आवास आवंटित कर दिया गया है. इसके बाद भवन निर्माण विभाग द्वारा अब नये मुख्यमंत्री आवास के निर्माण को लेकर गतिविधियां तेज कर दी गई है. बताया गया कि मुख्यमंत्री के नये आवास के निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में कई दौर की उच्चस्तरीय बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है.
अब भवन निर्माण प्रमंडल-1 द्वारा नये मुख्यमंत्री आवास के निर्माण को लेकर डीपीआर बनाने की भी प्रक्रिया शुरू कर कर दी गई है. डीपीआर बनाये जाने के लिए जल्द ही एजेंसी चयन का चयन कर लिया जायेगा. डीपीआर बनाये जाने के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू की जायेगी. नया मुख्यमंत्री आवास अत्याधुनिक सुविधायुक्त बनाये जाने की तैयारी है. ज्ञात हो कि वर्तमान मुख्यमंत्री आवास में लगातार वास्तुदोष की आशंका जतायी जाती रही है और वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तो पिछले पांच साल के अपने कार्यकाल में अधिकारिक मुख्यमंत्री आवास में शिफट ही नहीं हुए. हेमंत सोरेन अधिकारिक सीएम आवास को सिर्फ मंत्रियों-विधायकों के साथ बैठक करने और लोगों से मिलने-जुलने के लिए इस्तेमाल करते हैं. हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री आवास के बगल में मेयर रोड स्थित पूर्ववर्ती क्षेत्रीय विकास आयुक्त के लिए चिन्हित आवास में रहते हैं.
इसलिए वर्तमान मुख्यमंत्री आवास को तोड़ कर नया आवास निर्माण कराने में उनके समक्ष रहने की किसी तरह की परेशानी नहीं है. जहां तक मंत्रियों-विधायकों के साथ बैठक करने और लोगों से मिलने-जुलने के लिए जगह की बात है, तो इसके लिए सीएम हाउस की दूसरी ओर बगल में स्थित पंचायती राज सचिव विनय कुमार चौबे को आवंटित आवास को खाली करा लिया गया है. जबकि पहले आजसू प्रमुख सुदेश कुमार महतो के आवास को खाली कराने की तैयारी की गई थी. वहीं मख्यमंत्री आवास में वास्तुदोष को लेकर प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के कार्यकाल से ही सवाल उठाया जाता रहा है और कहा जा रहा है कि सीएम आवास में वास्तुदोष की वजह से ही मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नही कर पाते हैं. यद्यपि यह अंधविश्वास ही कहा जा सकता है. क्योंकि पूर्व के मुख्यमंत्री के पास बहुमत की सरकारे नहीं थी. इसलिए सरकारें पांच साल पूरी नही कर पाती थी.
फिर भी पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने वर्तमान सीएम आवास में अपने तरीके से कई बदलाव कराया था. सीएम आवास परिसर में बजरंगबली और मां दुर्गा का मंदिर भी बनवाया. लेकिन उन्होंने अपने कार्यकाल कभी पूरा नहीं किया. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने तो मुख्यमंत्री आवास में प्रवेश द्वार ही बदल दिया. उन्होंने कांके रोड की ओर से मुख्यमंत्री आवास में प्रवेश करने के बजाय मोरहाबादी मैदान की ओर नया प्रवेश द्वार बनवाया और दास मोराहाबादी की ओर से ही सीएम आवास से निकलते व प्रवेश करते थे. यद्यपि इसके बाद रघुवर दास राज्य के पहले मुख्यमंत्री रहे जिन्होंने अपना पांच साल का कार्यकाल भी पूरा किया. वहीं इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन व पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा भी अपना कार्यकाल पूरा नही कर पाये थे.
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