उदित वाणी, जमशेदपुर: झरिया के कतरास मोड़ निवासी कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के लोकप्रिय ज्ञान आधारित गेम शो “कौन बनेगा करोड़पति” के सीजन 16 में 12.5 लाख रुपये जीते. सोमवार को हुए इस शो में वह अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठे और 12 सवालों के सही जवाब दिए. 13वें सवाल का सही जवाब न देने पर उन्होंने खेल से बाहर निकलने का निर्णय लिया.
कोयला ढुलाई से आजीविका, लेकिन सपने बड़े थे
कौशलेंद्र ने अमिताभ बच्चन से अपने बारे में बताया कि वह कोयला ढुलाई का काम करते हैं और इसी से उनकी आजीविका चलती है. उनका सपना था कि वह आईएएस अधिकारी बनें, लेकिन पैसे की कमी के चलते वह अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर सके. वे फिलहाल धनबाद के जयप्रकाश नगर में अपने एक रिश्तेदार के घर रह रहे हैं.
परिवार के लिए इस्तेमाल करेंगे जीत की रकम
जब अमिताभ बच्चन ने उनसे यह पूछा कि वह अपनी जीती हुई रकम का क्या करेंगे, तो कौशलेंद्र ने कहा कि वह यह रकम अपने तीन साल के बेटे दक्ष और तीन माह की बेटी दीक्षा की पढ़ाई और परिवार की जरूरतों पर खर्च करेंगे.
शो में पहली बार अनुभव की नई दुनिया
कौशलेंद्र ने शो के दौरान बताया कि मुंबई आने के लिए यह उनका पहला अनुभव था. वह पहली बार प्लेन में चढ़े, बड़े होटल में ठहरे और मखमली बिस्तर पर सोए. उन्होंने कहा कि यदि उन्होंने थोड़ी सी भी पढ़ाई की होती, तो उन्हें यहां तक पहुंचने में 24 साल नहीं लगते.
झारखंड से जुड़ा सवाल
शो के दौरान अमिताभ बच्चन ने झारखंड से जुड़े सवाल भी पूछे. एक सवाल था – 19वीं सदी के अंत में उलगुलान किससे जुड़ा था? कौशलेंद्र ने इसका सही उत्तर भगवान बिरसा मुंडा दिया और 80 हजार रुपये जीते. इसके अलावा, एक सवाल था – बराकर नदी, जिस पर मैथम डेम बना है, वह किसकी सहायक नदी है? इसका सही जवाब ‘दामोदर’ दिया, जिससे उन्होंने 40 हजार रुपये जीते.
लाइफलाइन का सही उपयोग
11वें सवाल पर कौशलेंद्र ने अपनी दोस्त कमलेश से मदद मांगी, लेकिन जवाब नहीं मिला. फिर उन्होंने बोनस का इस्तेमाल कर लाइफलाइन ऑडियंस पोल को सक्रिय किया और 6 लाख 40 हजार रुपये जीते.
समझदारी से लिया निर्णय
जब कौशलेंद्र 12 लाख 50 हजार रुपये जीतने के बाद 13वें सवाल पर पहुंचे, तो उन्होंने सही जवाब न दे पाने की स्थिति में खेल से बाहर निकलने का निर्णय लिया.
अमिताभ बच्चन से दिलचस्प बातचीत
शो के दौरान कौशलेंद्र ने अमिताभ बच्चन से एक दिलचस्प वाकया भी साझा किया. उन्होंने बताया कि 1989 में झरिया चासनाला आपदा के बाद, जब अमिताभ बच्चन ने काला पत्थर फिल्म की शूटिंग की थी, तो दूषित पानी के कारण उनकी सेहत पर असर पड़ा था. इसके बावजूद, उन्होंने शूटिंग जारी रखी. कौशलेंद्र ने यह भी बताया कि अमिताभ के पिता हरिवंश राय बच्चन ने अपनी किताब में एक दिलचस्प आदत का जिक्र किया था, जिसमें बताया गया था कि अमिताभ बच्चन भोजन करते समय हमेशा उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठते थे.
क्या कौशलेंद्र के जीवन में ये बदलाव लाएगी उसकी जीती हुई रकम?
कौशलेंद्र की यह जीत न केवल उनके लिए, बल्कि उनके परिवार के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है. क्या यह रकम उनके जीवन में वह बदलाव ला पाएगी जिसका वह इंतजार कर रहे हैं?
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